अमेरिकन कंपनियों के निवेश के लिए बेहतर माहौल तैयार करें
लखनऊ. आउटसोर्स पर तैनात कर्मियों की समस्याओं का तत्काल निराकरण होना चाहिए। आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए इन कर्मचारियों की जायज समस्याओं का समुचित निराकरण समय से सुनिश्चित किया जाय। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही एवं उदासीनता नहीं बरती जानी चाहिए.
यह निर्देश उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज जनपथ सचिवालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा के दौरान दिए. उन्होंने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि कतिपय जनपदों में आउटसोर्स कर्मियों के बकाये वेतन का भुगतान समय से नहीं किया जा रहा है, इससे उनमें रोष व्याप्त है। ऐसी स्थिति में चिकित्सकीय कार्यों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. पदमाकर सिंह को तत्काल कर्मियों के वेतन भुगतान के निर्देश देते हुए कहा कि आगे भी कर्मियों को वेतन समय से मिले ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य में यदि किसी अधिकारी/कर्मचारी की लापरवाही पायी जाती है, तो उसके विरूद्ध कठोर कार्रवाई भी की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में पूरी तरह सजग होकर काम करें, ताकि आम नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से सुलभ हो सके। इसके लिए उन्होंने पीपीपी माडल को अपनाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने भी स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार एवं विकास में निजी सहभागिता को प्रमुखता दी है और अब निजी क्षेत्र के लोग इस कार्य में आगे आने के लिए तत्पर है। अधिकारियों को चाहिए कि वे निजी क्षेत्र के साथ सहयोगात्मक एवं समन्वयकारी रुख अपनायें। जिससे सुदूरवर्ती क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाओं का सुदृढ़ीकरण हो सके। उन्होंने सरकारी चिकित्सालयों में कार्डिक यूनिट तथा डायग्नास्टिक संेटर की स्थापना पर चर्चा करते हुए कहा कि इस संबंध में तत्काल कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हाल ही में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अमेरिकन कम्पनियों ने सहयोग की इच्छा प्रकट की है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन कंपनियों का सहयोग प्राप्त करने के लिए बेहतर माहौल तैयार करें, ताकि उनका भरपूर सहयोग प्राप्त करके स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करने वाली कम्पनियों को हर सम्भव सहयोग करने के लिए कृत संकल्प है। बैठक में प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी, सचिव वी हेकाली झिमोमी, महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा0 पद्माकर सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।