-इनमें मल्टीविटामिन, एंटीएलर्जिक, एंटीबायोटिक, पेन किलर, बुखार, हाई बीपी की दवाएं शामिल
सेहत टाइम्स
लखनऊ। भारत सरकार द्वारा नोटिफिकेशन जारी करते हुए 156 फिक्स डोज कॉम्बिनेशन ड्रग्स को बैन कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में गजट नोटिफिकेशन दो दिन पूर्व 21 अगस्त 2024 को किया गया है। केंद्र सरकार ने Drugs and Cosmetics Act 1940 के सेक्शन 26A के प्रविधानों के क्रम में 156 FDCs (फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन ड्रग्स) पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का फैसला किया है। इन दवाओं के प्रोडक्शन, स्टोरेज और बिक्री को तुरंत रोकने का आदेश दिया गया है। इन दवाओं में कुछ एंटीएलर्जिक दवा, एंटीबायोटिक, दर्द निवारक, बुखार की दवाएं, हाई बीपी और मल्टीविटामिन शामिल हैं। ज्ञात हो फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन में दो या ज्यादा दवाओं को मिलाकर नई दवा तैयार की जाती है।
मिली जानकारी के अनुसार फैसला ड्रग टेक्निकल एडवाइजरी बोर्ड (DTAB) और केंद्र सरकार द्वारा गठित एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के बाद लिया गया है। इस सिफारिश में कहा गया है कि इन फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशंस वाली ड्रग्स में शामिल सामग्री का कोई चिकित्सीय औचित्य नहीं सिद्ध हुआ है।
क्या कहना है पूर्व चेयरमैन स्टेट फार्मेसी काउंसिल उत्तर प्रदेश का
पूर्व चेयरमैन, स्टेट फार्मेसी काउंसिल उत्तर प्रदेश सुनील यादव इस बारे में कहते हैं कि किसी भी दवा के डोज का निर्धारण मरीज के वजन पर निर्भर करता है, अलग-अलग दवाओं को अगर एक साथ फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन में रखा जाएगा तो दो या दो से अधिक दवाओं के डोज का निर्धारण करना संभव नहीं है इसलिए फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन की सलाह उचित प्रतीत नहीं होती। उन्होंने कहा कि अगर बहुत जरूरी नहीं हो तो किसी भी बीमारी के fdc दवा लेने से बचना चाहिए। बेहतर है कि एक ही दवा लें। जरूरत लगे तो दूसरी दवा ले सकते हैं लेकिन एक ही दवा में कई दवाओं को मिलाकर तैयार की गई दवा न लें। ऐसा करना नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर FDC में मौजूद किसी एक दवा से मरीज को एलर्जी है तो यह पता ही नहीं चल पाएगा कि किस दवा से एलर्जी है, जिससे सही इलाज नहीं हो पाएगा। उन्होंने कहा कि कई दवाएं एक साथ देने पर एडिटिव और कभी कभी synergism effect देती हैं । इसमें एक ही फार्माकोलॉजिकल एक्शन वाली या भिन्न भिन्न दोनो हो सकती हैं ।
किसी FDC दवा में मौजूद एक दवा को मरीज को दिन में एक बार लेना है, लेकिन उसमें मौजूद दूसरी दवा को दो बार लेना मरीज के लिए ज्यादा फायदेमंद है। तो ऐसे समय में फिक्स्ड डोज कांबिनेशन की दवा उचित नहीं होगी। ज्ञात हो केंद्र सरकार ने मार्च 2016 में भी 349 एफडीसी दवाओं पर रोक लगा दी थी, लेकिन दवा कंपनियां इस फैसले के खिलाफ कोर्ट चली गई थीं। इसके बाद 2018 में 328 एफडीसी दवाओं पर रोक लगाई गई।
बैन किये गये फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन