-बेहोश डॉक्टर की हालत स्थिर, आत्महत्या करने की कोशिश के ठोस कारणों का अभी पता नहीं
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू में एक रेजीडेंट डॉक्टर (एमडी की प्रथम वर्ष की छात्रा) द्वारा आज 14 जनवरी को सुबह संदिग्ध परिस्थितियों में हॉस्टल की छत से नीचे कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की गयी, अर्धचेतन अवस्था में पायी गयी डॉक्टर को तुरंत ही केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कर इलाज शुरू किया है, जहां उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है। पता चला है कि डॉक्टर के पैरों में ज्यादा चोट आयी है, और अच्छी बात यह है कि हेड इंजरी नहीं हुई है। आत्महत्या के लिए कदम उठाने का ठोस कारण अभी सामने नहीं आया है हालांकि पुलिस की ओर से कहा जा रहा है कि नौकरी से असंतुष्ट होकर डॉक्टर ने यह कदम उठाया है। लेकिन दूसरी ओर सवाल यह है कि जब डॉक्टर ने करीब 10 दिन पूर्व ही एमडी मेडिसिन में प्रवेश लिया है तो अभी नौकरी का क्या सवाल उठ सकता है, फिलहाल सभी को डॉक्टर के होश में आने का इंतजार है, तभी असलियत पता चल सकेगी। यह भी पता चला है कि बिल्डिंग में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 14.01.2025 को समय करीब 09.30 बजे जरिये आरटी सेट थाना चौक पर सूचना मिली कि कानपुर नगर की मूल निवासी युवती रेजीडेंट डॉक्टर जो कि गांधीवार्ड जनरल मेडिसिन में पढ़ाई करती है, उसने 14.01.2025 को रेजिडेंट हॉस्टल के कमरा नंबर 206 से छत से कूद करके आत्महत्या करने का प्रयास किया है। डॉक्टर युवती का इलाज केजीएमयू ट्रामा सेंटर में चल रहा है। इस सूचना पर उच्चाधिकारीगण व थाना स्थानीय की पुलिस टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर डॉक्टर को केजीएमयू में भर्ती कराया गया।
इस बारे में केजीएमयू द्वारा ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के हवाले से जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि आज प्रातः सवा आठ बजे मेडिसिन विभाग की प्रथम वर्ष की एक रेसिडेंट छात्रा अपने छात्रावास के नीचे अर्धचेतन अवस्था में ऊपर से गिरी हुई पायी गई, गार्ड द्वारा तत्काल प्रोवोस्ट को सूचित किया गया और उसे आपातकालीन स्थिति में संबंधित अधिकारी द्वारा ट्रॉमा सेंटर लाया गया। ट्रॉमा सर्जरी के विशेषज्ञ फैकल्टी चिकित्सक डॉ समीर मिश्रा एवं डॉ अनीता सिंह की देखरेख में उसका समुचित इलाज प्रारंभ हो गया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रतिकुलपति डॉ अपजीत कौर की अगुआई में मौके पर गंभीरता के दृष्टिगत सभी प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे जिससे कि इलाज में होने वाले किसी भी प्रकार के व्यवधान को निस्तारित किया जा सके और कोई वित्तीय कठिनाई भी न हो। रोगी को स्टेबिलाइज़ करने के उपरांत उसका सीटी स्कैन, खून की जाँच इत्यादि त्वरित गति से हो गई और उसको क्रिटिकल केयर फैसिलिटी में ट्रॉमा सेंटर के सीसीएम विभाग में भर्ती कर दिया गया है। रोगी अभी स्थिर अवस्था में है. एवं उसके स्थानीय अभिभावक एवं माता-पिता जो कानपुर में रहते हैं, को सूचित कर दिया गया है।