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चिकित्‍सा प्रतिष्‍ठानों के पंजीकरण, नवीनीकरण का मुद्दा उठाया डॉ गुप्‍ता ने

-डीजी से शिष्‍टाचार भेंट की यूपी मेडिकल काउंसिल की गवर्निंग बॉडी के नवनिर्वाचित सदस्‍य डॉ पीके गुप्‍ता ने

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। यूपी मेडिकल काउंसिल की गवर्निंग बॉडी के नवनिर्वाचित सदस्‍य डॉ पीके गुप्‍ता ने आज 6 दिसम्‍बर को स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डी एस नेगी से शिष्टाचार मुलाकात की। उन्‍होंने रविवार को भी मुलाकात के लिए डॉ नेगी का आभार जताया। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्‍यक्ष रह चुके डॉ गुप्‍ता ने अपनी मुलाकात में अस्‍पतालों, क्‍लीनिक्‍स, नर्सिंग होम आदि प्रतिष्‍ठानों के पंजीकरण और नवीनीकरण पर भी चर्चा की। उन्‍होंने मांग की कि पंजीकरण और उसके नवीनीकरण की प्रक्रिया को आसान तथा ऑनलाइन करने की सुविधा दी जानी चाहिये।

डॉ गुप्‍ता ने कहा कि कोविड महामारी के चलते पूर्व में सरकार ने दिसम्‍बर 2020 तक पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करने की छूट दी थी, अब चूंकि दिसम्‍बर आ चुका है। उन्‍होंने कहा कि चूंकि प्रत्‍येक वर्ष अप्रैल माह में पंजीकरण का नवीनीकरण किया जाता है, ऐसी स्थिति में तीन माह बाद फि‍र से इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा तो ऐसे में अगर सरकार तीन माह और यानी मार्च 2021 तक और छूट दे दे तो यह प्रक्रिया जल्‍दी-जल्‍दी दो बार नहीं करनी पड़ेगी। इस पर महानिदेशक डॉ नेगी ने कहा कि अगर यह प्रक्रिया अभी दिसम्‍बर के बाद से करायी जाती है तो इसे तीन माह के लिए नहीं बल्कि अगले साल दिसम्‍बर माह तक के लिए मान्‍य होगी।

डॉ गुप्‍ता ने महानिदेशक से अनुरोध किया कि पंजीकरण के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया करते हुए इसके लिए अनिवार्य दस्‍तावेजों में सिर्फ डॉक्‍टर की डिग्री, उसके प्रतिष्‍ठान के पते का प्रमाण और अपशिष्‍ट प्रबंधन संबंधी दस्‍तावेज ही अनिवार्य किये जायें जिससे ऑनलाइन पंजीकरण और नवीनीकरण में कठिनाई न हो। इस पर महानिदेशक ने कहा कि इस सम्‍बन्‍ध में शासन से दिशानिर्देशों के अनुसार ही अनुमति दी जा सकती है। आपको बता दें कि अभी तक इन तीन दस्‍तावेजों के अतिरिक्‍त भी कई अन्‍य औपचारिकतायें पूरी करने की आवश्‍यकता बतायी गयी है।