-कानपुर के दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे का पकड़े जाने के बाद कबूलनामा
लखनऊ/भोपाल। कानपुर घटना में पकड़ा दुर्दान्त विकास दुबे ने अपने कबूलनामे में कहा है कि सीओ देवेन्द्र मिश्र का गला नहीं काटा था, उन्हें गोली पास से सिर में मारी गयी थी इसलिये आधा चेहरा फट गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मध्य प्रदेश स्थित उज्जैन में महाकाल मंदिर से पकड़े गये विकास दुबे ने मध्य प्रदेश में पकड़े जाने के बाद उस खूनी रात की कई बातें बतायी हैं। उसने कहा कि शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्र के बारे में बताया कि देवेंद्र मिश्र से मेरी नहीं बनती थी। कई बार वो मुझसे देख लेने की धमकी दे चुके थे। पहले भी बहस हो चुकी थी।
चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी के बारे में विकास ने कहा कि विनय तिवारी ने भी बताया था कि सीओ तुम्हारे ख़िलाफ़ है। लिहाजा मुझे सीओ पर ग़ुस्सा था। विकास ने कबूला है कि सीओ को सामने के मकान में मारा गया था। हालांकि उसने कहा कि सीओ को मैंने नहीं मारा लेकिन मेरे साथ के आदमियों ने दूसरी तरफ़ के आहाते से कूदकर मामा के मकान के आँगन में मारा था।
विकास ने बताया कि सीओ के पैर पर भी वार किया था। क्योंकि मुझे पता चला था कि वो बोलता है कि विकास का एक पैर गड़बड़ है, दूसरा भी सही कर दूँगा। सीओ का गला नहीं काटा था, गोली पास से सिर में मारी गयी थी इसलिये आधा चेहरा फट गया था।
विकास ने कहा कि घटना के बाद घर के ठीक बग़ल में कुएं के पास पाँच पुलिसवालों की लाशों को एक के ऊपर एक रखा गया था जिससे उनमें आग लगा कर सबूत नष्ट कर दिये जायें। आग लगाने के लिए घर में गैलनों में तेल भी रखा गया था। एक पचास लीटर के गैलन में तेल से जलाने का इरादा था, लेकिन लाशें इकट्टठा करने के बाद उसे मौक़ा नहीं मिला। फिर वो फ़रार हो गया।