इलाज के लिए लायी गयी बच्ची को इधर से उधर दौड़ाते रहे, बच्ची की मौत
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बरेली के जिला अस्पताल में पहुंचे बच्चे के इलाज में लापरवाही बरतने वाले अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ कमलेन्द्र स्वरूप गुप्ता को निलंबित कर दिया है जबकि जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ अलका शर्मा के खिलाफ विभागीय काररवाई के निर्देश दिये हैं। इन दोनों पर इलाज के लिए पहुंची बच्ची को इधर-उधर दौड़ाने का आरोप है, बच्ची ने इलाज न मिलने पर गोद में ही दम तोड़ दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गंभीर रूप से बीमार एक बच्ची के इलाज में लापरवाही पर जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. कमलेंद्र स्वरूप गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। इसी मामले में जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. अलका शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर की गई है।
राज्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार बरेली में गंभीर रूप से बीमार एक बच्ची के इलाज को लेकर जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षकों द्वारा बरती गई लापरवाही को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है।
बताया जाता है कि बीमार बच्ची को लेकर उसके पिता जिला अस्पताल पहुंचे तो वहां से उसे महिला अस्पताल भेज दिया गया था, जबकि अस्पताल में उस समय बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद थे। यहीं नहीं बच्ची को महिला हॉस्पिटल की अधीक्षक ने बच्ची का इलाज की कोशिश न करते हुए वापस जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इस मामले की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाया और जिला अस्पताल के सीएमएस को निलंबित करने व महिला चिकित्सालय की सीएमएस के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। पांच दिन की बच्ची का इलाज कराने बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचे एक पिता को अस्पताल के डॉक्टर तीन घंटे तक दौड़ लगवाते रहे। जिला अस्पताल से उन्हें महिला अस्पताल भेजा गया। महिला अस्पताल के डॉक्टरों ने फिर जिला अस्पताल भेज दिया। तीन घंटे तक पिता बच्ची के इलाज की भीख मांगता रहा, लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। आखिरकार बच्ची ने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया।