-रिसर्च सोसायटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया के प्रतिनिधिमंडल ने की योगी से मुलाकात
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिसर्च सोसायटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (आरएसएसडीआई) उत्तर प्रदेश शाखा के साथ उत्तर प्रदेश में डायबिटीज की स्थिति चर्चा करते हुए प्रदेश में इस पर नियंत्रण के लिए आरएसएसडीआई से सुझाव मांगे हैं।
आरएसएसडीआई यूपी चेप्टर के प्रेसीडेंट इलेक्ट डॉ अनुज माहेश्वरी, सेक्रेटरी डॉ अजय तिवारी व कोषाध्यक्ष डॉ नरसिंह वर्मा का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार 7 जनवरी को मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बताया कि हमारी संस्था का उद्देश्य सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं के साथ मिलकर डायबिटीज के इलाज संबंधी जानकारी जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मार्गदर्शन और सहयोग की अपील करते हुए कहा कि हम अपनी संस्था के माध्यम से अपने प्रदेश के स्वास्थ्य व डायबिटीज संबंधित शोध व उपचार के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि एक सर्वेक्षण में उत्तर प्रदेश में 9.1 प्रतिशत वयस्क डायबिटिक हैं जबकि 17.3 प्रतिशत मरीज प्री डायबिटिक की स्थिति में पाये गये, इन मरीजों को डायबिटिक में परिवर्तित होने से रोका जा सकता है।
मुख्यमंत्री को बताया गया कि उनकी संस्था द्वारा बाराबंकी के चार गांवों को गोद लिया गया था, वहां मुफ्त जांच, ग्लूकोमीटर व स्वास्थ्य शिक्षा अनवरत रूप से प्रदान की जा रही है। अब नये सत्र में सीतापुर जिले के कुछ गांवों और शहरी मलिन बस्तियों को गोद लेने की योजना बना रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को बताया कि पिछले वर्ष वर्ल्ड हार्ट डे के दिन श्रीश्री रविशंकर के दिशा निर्देशन में संस्था ने डिफीट डायबिटीज कार्यक्रम आयोजित किया और एक दिन, एक राष्ट्र, एक जांच की अवधारणा से 10 लाख मरीजों की नि:शुल्क शुगर जांच की।