Tuesday , November 26 2024

बड़ी खबर : पीएम का तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान

-कार्तिक पूर्णिमा पर राष्‍ट्र के नाम संदेश में मोदी ने की घोषणा

-कहा हम अपनी बात किसानों को समझाने में सफल न हो सके

सेहत टाइम्‍स

कार्तिक पूर्णिमा की सुबह देश भर के लिए एक बड़ी खबर लेकर आई। लगभग साल भर से जिन कृषि कानूनों को लेकर किसान विरोध कर रहे थे, उन्हें वापस लेने का एलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश में ऐलान किया है कि सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों को केंद्र वापस ले रहा है उन्होंने कहा कि हम किसानों को समझा नहीं सके इसलिए इन कानूनों को वापस ले रहे हैं।

प्रकाश पर्व कार्तिक पूर्णिमा पर देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि इतनी पवित्र बात पूर्ण रूप से शुद्ध किसानों के हित की बात हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए किसी अर्थशास्त्रियों ने वैज्ञानिकों ने प्रगतिशील किसानों ने भी उन्हें किसी कानूनों के महत्व को समझाने का भरपूर प्रयास किया। मैं देश वासियों के क्षमा मांगते हुए, सच्चे मन से कहना चाहता हूं कि हमारे प्रयास में कमी रही होगी कि हम उन्हें समझा नहीं पाए। आज गुरू नानक जी का पवित्र प्रकाश पर्व है। आज मैं आपको यह बताने आया हूं, कि हमने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है। इस महीने के अंत में शुरू होने जा रहे संसद सत्र में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। मेरी किसानों से अपील है कि अपने घर लौटें, खेतों में लौटें।

हमने फसल बीमा योजना को अधिक प्रभावी बनाया,  उसके दायरे में ज्यादा किसानों को लाए। किसानों को ज्यादा मुआवजा मिल सके, इसके लिए पुराने नियम बदले। इस कारण बीते चार सालों में एक लाख करोड़ से ज्यादा का मुआवजा किसान भाइयों के मिला है। किसानों को उनकी उपज के बदले सही कदम मिले इसके लिए कदम उठाए गए। हमने एमएसपी बढ़ाई साथ ही साथ रिकॉर्ड सरकारी केंद्र भी बनाए। हमारी सरकार के द्वारा की गई खरीद ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। हमने किसानों को कहीं पर भी अपनी उपज बेचने का प्लेटफॉर्म दिया। 

पीएम मोदी ने कहा कि हमनें किसान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। इस सच्चाई से लोग अंजान हैं कि ज्यादा किसान छोटे किसान हैं। इनके पास दो हेक्टेयर से कम जमीन है। इन छोटे किसानों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा है। छोटी सी जमीन के सहारे ही वह अपना और अपने परिवार का गुजारा करते हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी परिवारों में होने वाला बंटवारा जमीन को और छोटा कर रहा है। इसलिए हमने बीज, बीमा, बाजार और बचत इन सभी पर चौतरफा काम किया है।

उन्‍होंने कहा कि मैं विश्व भर में सभी लोगों को सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई देता हूं। यह भी सुखद है कि डेढ़ साल के बाद करतारपुर कॉरिडोर फिर से खुल गया है। गुरु नानक जी ने कहा है कि संसार में सेवा में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। हमारी सरकार इसी सेवा भावना के साथ देशवासियों का जीवन आसान बनाने में जुटी है। न जानें कितनी पीढ़ियां, जिन सपनों को सच होते देखना चाहती थीं। भारत आज उन सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रहा है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.