प्रो दीपक मालवीय ने सौंपा कार्यभार, सातवें निदेशक हैं प्रो त्रिपाठी
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के नये निदेशक प्रो अनिल कुमार त्रिपाठी ने आज शुक्रवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया है। उन्हें वर्तमान निदेशक प्रो दीपक मालवीय ने कार्यभार सौंपा। प्रो त्रिपाठी संस्थान के सातवें निदेशक हैं। अब तक जो छह निदेशक रहे हैं उनमें सबसे पहले प्रो एमसी शर्मा, दूसरे प्रो जीके मलिक, तीसरे प्रो आरके शर्मा, चौथे प्रो एमसी पंत, पांचवीं प्रो नुजहत हुसैन तथा छठे प्रो दीपक मालवीय हैं।
प्रो मालवीय ने निदेशक के रूप में 7 सितम्बर 2015 को कार्यभार संभाला था। निदेशक पद से हटने के बाद अब प्रो मालवीय संस्थान में ही एनेस्थीसिया विभाग के विभागाध्यक्ष के रूप में कार्य करेंगें। ‘सेहत टाइम्स’ से बात करते हुए नये निदेशक प्रो एके त्रिपाठी ने कहा कि संस्थान की एक बहुत बड़ी जरूरत इमरजेंसी सेवाओं को विस्तार देना है जिससे मरीजों को उपचार में दिक्कत न हो और न ही दूसरी जगह रेफर करना पड़े। इस दिशा में सर्वोच्च प्राथमिकता दूंगा।
उन्होंने कहा कि संस्थान में वर्तमान में भी कार्य अच्छा चल रहा है, अब यहां चल रहे शिक्षण कार्य, रिसर्च, प्रशिक्षण और आधुनिक विधियों से इलाज को विस्तार देने की दिशा में उन्हें कार्य करना है। यह पूछने पर कि केजीएमयू में आपने क्लीनिकल हेमेटोलॉजी विभाग में कार्य करते हुए मरीजों के उपचार में जो अपना रुख रखा है, उसे यहां इस जिम्मेदारी के साथ किस तरह बरकरार रखेंगे, इस पर उनका कहना था कि अधिकतर शासकीय कार्यालयों के शनिवार को बंद रहने के कारण शनिवार को वे मरीजों को भी देखेंगे।
संस्थान में साफ-सफाई जैसी सुविधाओं के लिए उन्होंने कहा कि इसकी जिम्मेदारी संस्थान के साथ ही मरीज और उनके तीमारदारों की भी है। संस्थान प्रशासन को अगर तीमारदारों की सुविधा का खयाल रखना है तो तीमारदारों को भी संस्थान को साफ बनाये रखने में अपना सहयोग देने की ओर ध्यान देना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमारे पास जो भी संसाधन हैं उसमें अच्छी से अच्छी सुविधा देने पर हमारा जोर होगा।