-जेआर थ्री डॉ शुभम को यूरोपियन रेस्पाइरेटरी सोसाइटी ने पैक्स 2025 में ट्रैवल ग्रांट से किया सम्मानित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के डॉ0 शुभम (जूनियर रेज़िडेंट -तृतीय वर्ष) को यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसायटी (ई.आर.एस) ट्रैवल ग्रांट से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें 8वीं वार्षिक पैक्स 2025 अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में प्राप्त हुआ है। सांस के रोगों पर आधारित यह अंतराष्ट्रीय सम्मेलन हाल ही में कौशांबी, गाजियाबाद में सम्पन्न हुआ है।
विभागाध्यक्ष डॉ सूर्यकान्त ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पैक्स श्वसन रोगों के क्षेत्र में देश-विदेश के विशेषज्ञों का एक प्रतिष्ठित वार्षिक सम्मेलन है। इसमें पल्मोनरी मेडिसिन, क्रिटिकल केयर, एलर्जी, अस्थमा, टीबी, स्लीप मेडिसिन और इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी जैसे विषयों पर नवीनतम शोध, दिशा-निर्देश और तकनीकी प्रगति साझा की जाती है। यह मंच युवा चिकित्सकों और शोधकर्ताओं को अपने कार्य को वैश्विक स्तर पर प्रस्तुत करने और विशेषज्ञों से संवाद का अवसर प्रदान करता है। सम्मेलन में देश-विदेश से आये सैकड़ों शोध-पत्रों में से पाँच सर्वोच्च पुरस्कार अत्यंत प्रतिस्पर्धी माने जाते हैं। इनमें से सर्वश्रेष्ट पुरस्कार के रूप में यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसायटी (ई.आर.एस.) ट्रैवल ग्रांट प्रदान किया जाता है। ट्रैवल ग्रांट एक वित्तीय सहायता है, जो शोधकर्ता या छात्र को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने और अपना शोध प्रस्तुत करने के लिए प्रदान की जाती है। इसमें यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसायटी की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में पंजीकरण, यात्रा तथा रहने आदि के लिए अनुदान पैक्स फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जायेगा। यह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन सितम्बर 2026 में बार्सिलोना स्पेन में प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि डॉ0 शुभम को यह उपलब्धि उनके शोध प्रस्तुतिकरण “गंभीर निमोनिया में स्टेरॉयड्स” विषय पर उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान की गई। यह अध्ययन गंभीर निमोनिया रोगियों के प्रबंधन में नये दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है और गहन चिकित्सा के क्षेत्र में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भविष्य में गंभीर निमोनिया से पीड़ित रोगियों के उपचार में अत्यंत लाभकारी सिद्ध होने की सम्भावनाओं की ओर अग्रसर रहेगा।
इस उपलब्धि पर डॉ0 शुभम ने कहा कि यह सम्मान केवल व्यक्तिगत प्रयास का परिणाम नहीं है, बल्कि विभाग की सामूहिक मेहनत और टीमवर्क का प्रतीक है। उन्होंने विभागाध्यक्ष प्रो0 सूर्यकान्त तथा अपने मार्गदर्शक प्रो0 संतोष कुमार के साथ-साथ विभाग के सभी चिकित्सा शिक्षकों, सहकर्मी रेज़िडेंट्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग और समर्पण के बिना यह शोध संभव नहीं हो पाता।
विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त ने बताया कि यह उपलब्धि न केवल डॉ0 शुभम के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि केजीएमयू के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग की शैक्षणिक उत्कृष्टता और रोगी देखभाल में निरंतर प्रगति का भी प्रतीक है। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो0 सोनिया नित्यानंद ने भी डॉ0 शुभम को इस उपलब्धि पर हार्दिक बधाई दी है।
डा0 सूर्यकान्त ने यह भी बताया कि इससे पूर्व भी विभाग के अन्य प्रतिभाशाली युवा चिकित्सकों एवं शोधकर्ताओं जैसे ’’डॉ0 अंकित भाटिया, डॉ0 आनंद मौर्य, डॉ0 रजनीकांत शुक्ला, डॉ0 अभिषेक दुबे तथा डॉ0 सीमा सिंह’’ को अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के लिए ट्रैवल ग्रांट प्रदान की जा चुकी है। यह परंपरा विभाग की समृद्ध शैक्षणिक संस्कृति और निरंतर शोध उत्कृष्टता को दर्शाती है, जहाँ से लगातार युवा चिकित्सक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर विश्वविद्यालय और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। ज्ञात रहे कि विभागाध्यक्ष डा0 सूर्यकान्त को स्वयं भी विश्व के सर्वोच्च दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में स्थान प्राप्त है।


