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निरक्षरता के अंधेरे को दूर कर रहे शिक्षा के दीपक को प्रज्ज्वलित रखने का दायित्व अब ‘गोल्डन फ्यूचर’ के हवाले

-मुख्य अतिथि लविवि के पूर्व कुलपति डॉ एसपी सिंह ने कहा, ऐसे बच्चों का समूह हर जगह नहीं मिलता

-नौबस्ता खुर्द में होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन ने 2008 में स्थापित किया था नि:शुल्क शैक्षिक केंद्र

-होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के बहुउद्देशीय सेवा केंद्र पर चल रहे हैं पांच प्रकार के सेवा केन्द्र

सेहत टाइम्स

लखनऊ। पढ़ाई के नाम पर स्कूल की शक्ल भी न देखने वाले गरीब बच्चों को शिक्षित बनाने के उद्देश्य को लेकर करीब 16 वर्ष पूर्व शुरू किये गये स्कूल के बच्चे आज अपना परिचय अंग्रेजी में देना सीख चुके हैं। मड़ियांव क्षेत्र में नौबस्ता खुर्द, गायत्री नगर स्थित होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के बहुउद्देशीय सेवा केन्द्र भवन में चल रहे इस स्कूल के संचालन का दायित्व अब गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट ने सम्भाला है। अज्ञानता का अंधेरा मिटाने के लिए जल रहे शिक्षा के दीपक को जलाये रखने के लिए इसमें नयी ऊर्जा भरने का यह कार्य दीपावली के पांच दिन सम्पन्न हुआ। होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में भारत ज्योति के सहयोग से शुरू हुए इस स्कूल को अब तक भारत ज्योति धर्मार्थ शिक्षा केन्द्र के नाम से जाना जाता रहा है, गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट द्वारा संचालन का दायित्व सम्भालने के बाद से अब इसे गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट स्कूल के नाम से जाना जायेगा।

सब मिलकर उठाते हैं बोझ तो कम लगता है भार

गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट द्वारा शनिवार 26 अक्टूबर को आयोजित उत्साह से भरे सादे समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ एसपी सिह उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि एक-एक चीज मिलाकर एक समूह बनता है, एक व्यक्ति जब ज्यादा भार को उठाता है तो उसे भारी पड़ सकता है, लेकिन जब सभी मिलकर एकसाथ भार उठाने की कोशिश करते हैं तो सबके​ हिस्से में बहुत थोड़ा-थोड़ा भार आता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को, समाज को बनाने का जिम्मा हम सभी का है, ऐसे बच्चों का समूह जो यहां मौजूद है, यह सब जगह नहीं मिलता है, क्योंकि ये सभी बच्चे अपने मन से यहां आये हैं, और संस्था ने इस समूह के उत्थान का जो संकल्प लिया है वह सराहनीय है। सभी लोग बधाई के पात्र हैं। उन्होंने इस शिक्षण केंद्र के संस्थापक डॉ गिरीश गुप्ता तथा स्कूल के संचालन का जिम्मा लेने वाले गोल्डन फ्यूचर ट्रस्ट की संस्थापक कुमकुम अग्रवाल व मुख्य कर्ता-धर्ता शोभित अग्रवाल की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।

अध्यापिकाओं को किया सम्मानित

विशिष्ट अतिथि के रूप में जन शिक्षण कल्याण के निदेशक अनिल कुमार श्रीवास्तव उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि वे लोग कौशल विकास मंत्रालय के तहत शोषित-वंचित महिलाओं-बच्चियों की ट्रेनिंग करवाते हैं, उन्हें आत्मनिर्भर बनाते हैं। उन्होंने घोषणा की कि वे इस संस्थान पर प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी प्रोजेक्ट इस केंद्र पर भी दिलवायेंगे। गोल्डन फ्यूचर के शोभित अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि गोल्डेन फ्यूचर ट्रस्ट को इस सेवा का अवसर देने के लिए मैं डॉ गिरीश गुप्ता का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने बच्चों को सार्थक शिक्षा देने वाली यहां की अध्यापिका रचना मिश्रा व अन्य का भी साधुवाद जताते हुए उनको सम्मानित किया। शोभित ने आशा जतायी कि इसी तरह सबसे हौसला मिलता रहा तो आगे भी अपने सेवा कार्य को​ विस्तार देने की कोशिश करूंगा।

भावुक हो गयीं सीमा गुप्ता

कार्यक्रम में उपस्थित डॉ गिरीश गुप्ता की पत्नी सीमा गुप्ता को जब दो शब्द कहने के लिए जब माइक दिया गया तो वह बहुत भावुक हो गयीं, बोल नहीं पायीं। ज्ञात हो इस भवन के निर्माण में भौतिक रूप से जिम्मेदारी निभाने का सबसे बड़ा श्रेय सीमा गुप्ता को जाता है, जिन्होंने भवन निर्माण स्थल पर प्यास लगने पर भी पानी इसलिए नहीं पीया, क्योंकि आसपास टॉयलेट की सुविधा नहीं थी। डॉ गिरीश गुप्ता ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज के दिन को मैं ऐतिहासिक दिन मानता हूं, होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के भवन की शुरुआत के बारे में बताया कि 2006 में इस भवन की नींव रखी गयी थीं, एक साल में इसकी एक फ्लोर बन कर तैयार हो गयी। 2007 में 24 मार्च को इस भवन में भारत विकास परिषद के सहयोग से साईं शरण धर्मार्थ होम्योपैथिक चिकित्सालय का उद्घाटन पूर्व महापौर डॉ एससी राय की उपस्थिति में तत्कालीन महापौर डॉ दिनेश शर्मा ने किया था। इसके बाद मई 2008 में भारत ज्योति संस्था के सहयोग से इस स्कूल भारत ज्योति धर्मार्थ शिक्षा केन्द्र की शुरुआत हुई, इसका उद्घाटन तत्कालीन विधायक विद्यासागर गुप्ता द्वारा किया गया था। इसमें ऐसे बच्चों को शिक्षा के लिए चुना गया जो कभी स्कूल नहीं गये थे। इन दोनों प्रोजेक्ट के शुरू होने तक इस बीच भवन की पहली मंजिल भी बन चुकी थी, इस प्रथम तल पर भवन के तीसरे केंद्र के रूप में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से रोटरी क्लब के सहयोग से रोटरी सीमा प्रेरणा सिलाई स्कूल खोला गया जिसमें महिलाओं को सिलाई सिखायी जाती है। डॉ गिरीश ने बताया कि चौथे प्रोजेक्ट के रूप में रोटरी क्लब इलीट के संस्थापक अजय सक्सेना के सहयोग से यहां सरस्वती डेंटल कॉलेज द्वारा 2021 में डेंटल क्लीनिक खोला गया जिसमें आसपास के लोग अपनी दांतों की समस्याओं का समाधान पाते हैं, इसमें डेंटल एक्सरे मशीन की भी सुविधा है। पांचवीं सेवा के रूप में नव वर्ष चेतना समिति के सहयोग से यहां बीती 20 जुलाई, 2024 को सम्राट विक्रमादित्य कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत हुई।

डॉ गिरीश गुप्ता ने स्कूल के संचालन की जिम्मेदारी सहर्ष उठाने के लिए शोभित नारायण की प्रशंसा करते हुए सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पण वाले उनके व्यक्तित्व की सराहना की। डॉ गिरीश गुप्ता ने इस मौके पर गोल्डन फ्यूचर की कुमकुम अग्रवाल, रानी नारायण, शोभित अग्रवाल, डॉ अंजली गुप्ता, भारत विकास परिषद के मदन अग्रवाल, डीसी मिश्रा, भारत ज्योति के अध्यक्ष विजय आचार्य, नववर्ष चेतना समिति के डॉ सुनील अग्रवाल, रोटरी क्लब के अजय सक्सेना, पंकज अग्रवाल, सम्राट विक्रमादित्य कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र के एसके त्रिपाठी, कौतुक गुप्ता, होम्योपैथिक रिसर्च फाउंडेशन के संयुक्त सचिव डॉ गौरांग गुप्ता, समाजसेवी सुमित तिवारी सहित सभी लोगों को बहुत धन्यवाद व शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर बच्चों ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से लोगों को ताली बजाने पर मजबूर किया। कार्यक्रम में सबसे छोटे प्रतिभागी गर्विश गुप्ता सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।

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