-इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन की कोर कमेटी की बैठक में 2 अक्टूबर से आंदोलन की तैयारियों पर भी विचार-विमर्श
सेहत टाइम्स
लखनऊ। इंडियन पब्लिक सर्विस इंप्लाइज फेडरेशन (इप्सेफ) का राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी नवंबर माह के अंतिम सप्ताह में लखनऊ में होगा। यह निर्णय इप्सेफ की कोर कमेटी की आज यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्रा के आवास पर संपन्न हुई बैठक में लिया गया, बैठक में इसके अलावा कर्मचारियों की मांगों को पूरा किये जाने में हो रही देरी पर भी चर्चा की गयी, साथ ही 2 अक्टूबर से प्रस्तावित आंदोलन के लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
यह जानकारी देते हुए इप्सेफ के राष्ट्रीय उप महासचिव अतुल मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष वीपी मिश्रा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक में कहा गया कि सरकार द्वारा हमारी मांगों पर विचार न किया जाना कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ा रहा है। बैठक में शामिल राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) और केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) के प्रतिनिधियों ने भी कहा कि कर्मचारियों की जायज मांगों पर सरकार का सकारात्मक रवैया न दिखायी देना कर्मचारियों में निराशा बढ़ा रहा है।
श्री मिश्रा ने बताया कि कर्मचारी/शिक्षक द्वारा 2 अक्टूबर से महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए संकल्प लिया जाएगा कि भारत सरकार पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय वेतन आयोग का गठन आउटसोर्सिंग/संविदा कर्मचारियों की सेवा सुरक्षा सेवा नियमावली तथा न्यूनतम वेतन पर सरकार निर्णय नहीं करेगी तब तक सत्याग्रह जारी रहेगा। महात्मा गांधी ने कहा था कि अन्याय को बर्दाश्त करना पाप है।
प्रेमचंद ने कहा कि प्रधानमंत्री को दर्जनों ज्ञापन भेजे गए और पूर्व में आंदोलन भी किए गए परंतु निर्णय करने में टालमटोल कर रहे हैं, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ रहा है और सत्याग्रह तब तक जारी रहेगा जब तक मांगों पर मिल बैठकर प्रधानमंत्री सार्थक निर्णय नहीं करते हैं।
उप महासचिव अतुल मिश्रा ने बताया कि नवंबर के अंतिम सप्ताह में इप्सेफ का राष्ट्रीय अधिवेशन लखनऊ में होगा जिसमें देश भर से केंद्रीय एवं राज्यों के पांच-पांच प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे उसमें कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए आंदोलनात्मक निर्णय किए जाएंगे।
वी पी मिश्रा की अध्यक्षता में हुई आज की बैठक में वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसबी सिंह, उपाध्यक्ष गिरीश चन्द्र मिश्रा, उपाध्यक्ष सुरेश कुमार रावत, महासचिव प्रेमचंद, उप महासचिव अतुल मिश्रा, के साथ ही डॉ सुमित यादव (एनबीआरआई) व डॉ संदीप शर्मा (सीडीआरआई) भी शामिल हुए।