-नवजात के आकार वाले ट्यूमर को गर्भाशय बचाते हुए निकालने की चुनौती पर खरी उतरीं डॉ अमिता शुक्ला
-अलीगंज स्थित स्वर्गीय एससी त्रिवेदी मदर एंड चाइल्ड ट्रस्ट हॉस्पिटल में की गयी सर्जरी
सेहत टाइम्स
लखनऊ। यहां अलीगंज स्थित स्वर्गीय एससी त्रिवेदी मदर एंड चाइल्ड ट्रस्ट हॉस्पिटल में चिकित्सा निदेशक वरिष्ठ सर्जन और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अमिता शुक्ला ने 34 वर्षीय अविवाहित युवती के गर्भाशय से 3 किलो से ज्यादा का ट्यूमर निकाला है, बड़े संस्थानों की अपेक्षाकृत छोटा हॉस्पिटल कहे जाने वाले इस अस्पताल में हुई इस सर्जरी की खास बात यह है कि इसमें गर्भाशय को बचा लिया गया है, जिससे भविष्य में युवती के मातृत्व सुख पाने का रास्ता खुला हुआ है। यह दुर्लभ सर्जरी में से एक बतायी जा रही है।
डॉ अमिता ने बताया कि 30 जुलाई को बस्ती की रहने वाली 34 वर्षीय युवती उनके पास आयी थी, जो पिछले कुछ वर्षों से दुर्लभ ट्यूमर से पीड़ित थीं, जो शुरू में एक छोटी गांठ थी, बाद में बढ़कर यह गांठ 3 किलो के कठोर ट्यूमर तक पहुंच गई, उन्होंने बताया कि युवती का पेट ऐसा दीख रहा था, जिस प्रकार नौ माह की गर्भावस्था में होता है। युवती ने बताया कि वह कई सरकारी और निजी अस्पतालों में गयी लेकिन सभी जगह बच्चेदानी को निकालने की बात कही जा रही थी। इसके बाद युवती डॉ अमिता शुक्ला के पास पहुंची थी।
डॉ अमिता ने युवती को आश्वासन दिया कि सर्जरी कर सिर्फ ट्यूमर निकाला जायेगा और उसकी बच्चेदानी को बचा लिया जायेगा। डॉ. अमिता शुक्ला ने कहा कि आज 1 अगस्त को सर्जरी प्लान की गयी, इस सर्जरी में गर्भाशय को बचाना और नवजात के आकार से भी बड़े ट्यूमर को बाहर निकालना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे हम अपनी टीम के साथ सफलतापूर्वक कर सके, उन्होंने बताया कि बड़े आकार के ट्यूमर के साथ ही छोटे-छोटे ट्यूमर के टुकड़े भी निकाले गये हैं।