-राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियोथैरेपी विभाग में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। 7 नवंबर को राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेडियोथैरेपी विभाग में जूनियर रेजिडेंट्स तथा सीनियर रेजिडेंट्स के मध्य संवाद किया गया। संवाद के उपरांत सभी नई पीढ़ी के चिकित्सकों से प्रश्नोत्तर कर उनके विचार जाने गए कि किस प्रकार किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय कैंसर के मरीजों की देखभाल में सुधार कर सकता है?
केजीएमयू के मीडिया प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह भी जानने का प्रयास किया गया कि आम जनमानस का जागरूकता कार्यक्रम में योगदान कैसे बढ़ाया जा सकता है? कार्यक्रम में जिन चिकित्सकों ने. ने. भाग लिया उनमें डॉ जीतेन्द्र, डॉ जसमीत, डॉ मानसी, डॉ मोहन, डॉ अमन, डॉ शैली, डॉ एहतेशाम, डॉ बुशरा, डॉ सृष्टि, डॉ कुशल, डॉ सोनाली, डॉ निदा, डॉ अदनान, डॉ राशिका शामिल रहीं।
डॉ सुधीर ने बताया कि इन चिकित्सकों ने रोगी की देखभाल बेहतर बनाने के लिए जिन उपायों को बताया गया उनमें 1. सरकारी योजनाओं के बारे में रोगी को पूर्ण जानकारी प्राप्त हो। 2. सभी मशीन उच्चीकृत हो, जो निदान में तथा उपचार में सहायक हैं। 3. मरीज को समझने के लिए जगह-जगह जानकारी स्थानीय भाषा में उपलब्ध होनी चाहिए। 4. फॉलोअप के लिए एक हेल्पलाइन होनी चाहिए। 5. उपचार में प्रयुक्त होने वाली सामान्य दवाएं हमेशा उपलब्ध हों।
इन चिकित्सकों ने जागरूकता कार्यक्रम में आम जनमानस की भागीदारी बढ़ाने के जो सुझाव दिए उनमें 1.स्थानीय भाषा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। आम जनमानस की भाषा में नुक्कड़ और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए। 2. स्क्रीनिंग और वैक्सीनेशन के लाभ के बारे में जानकारी को अधिक से अधिक साझा किया जाना चाहिए। 3. वीडियो ऐसे बनाए जाने चाहिए, जो मनोरंजन पूर्ण हो तथा युवा को अधिक से अधिक आकर्षक लगे। 4. स्वास्थ्य कर्मियों को जागरूकता कार्यक्रम की जानकारी दी जानी चाहिए। क्योंकि वह आम जनमानस में आसानी से इसे प्रसारित कर सकते हैं। 5. जो भी व्यक्ति जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं, उनके रोगियों को उपचार में छूट दी जानी चाहिए। भागीदारी करने वालों की हौसला अफजाई के लिए राष्ट्रीय दिवस पर उन्हें सम्मानित किया जाना चाहिए।