-संस्थान के संविदा कर्मचारी संघ की शिकायत के बाद अस्पताल प्रशासन का कम्पनियों को नोटिस
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में सेवा प्रदाता फर्मों के माध्यम से तैनात कर्मियों का बिना वजह वेतन काटे जाने और देर से भुगतान किये जाने की शिकायत डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान संविदा कर्मचारी संघ द्वारा किये जाने के बाद संस्थान प्रशासन ने सेवा प्रदाता कम्पनियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। संविदा कर्मचारी संघ ने कहा है कि यदि इसी प्रकार अवैधानिक कटौती जारी रही तो बड़े आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
संघ के अध्यक्ष रणजीत सिंह यादव व महामंत्री सच्चिता नंद मिश्रा का कहना है कि संस्थान में सेवा प्रदाता फर्म सुदर्शन फैसिलिटी द्वारा नर्सिंग, कंप्यूटर ऑपरेटर तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनको हर माह 15 तारीख के बाद वेतन दिया जा रहा है, इतना ही नहीं वेतन से बिना कोई कारण 500 रुपए सैकड़ों कर्मचारियों के काट दिए गए। उन्होंने कहा है कि पिछले माह भी तमाम कर्मचारियों की 1000 रुपए की कटौती हुई थी।
इसी प्रकार एक अन्य फर्म प्रिंसिपल सिक्योरिटी द्वारा भी सुरक्षा कर्मियों के वेतन से 500 से 1500 रुपए की कटौती की गई है। अल्प वेतनभोगी कर्मचारी अपना पूरा वेतन पाने के लिए दर-बदर भटक रहे हैं। फर्म के सुपरवाइजरों द्वारा सीधे बात नहीं की जाती है और न ही सही कारण बताया जाता है।
सच्चिता नंद मिश्रा ने बताया कि इस मामले को लेकर संविदा कर्मचारी संघ का प्रतिनिधि मंडल 21 सितम्बर को संस्थान के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ए के सिंह से मुलाकात कर फर्म के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की गई थी, जिस पर मुख्य चिकत्सा अधीक्षक द्वारा फर्म सुदर्शन फैसिलिटी और प्रिंसिपल सिक्योरिटी को स्पष्टीकरण नोटिस जारी किया है।
कर्मचारी नेताओं का कहना है कि वेतन में समस्या से कर्मचारियों में आक्रोश है, अगर इसी प्रकार कर्मचारियों को वेतन देर से भुगतान हुआ और वेतन से अवैधानिक कटौती होती रही तो संविदा कर्मचारी संघ जल्द ही बड़े आंदोलन को मजबूर होगा। उन्होंने उम्मीद जतायी कि संस्थान प्रशासन जल्द ही इस पर कड़ा कदम उठाएगा।