केजीएमयू का ओर्थोपेडिक सर्जरी विभाग 9 को मना रहा स्थापना दिवस
लखनऊ. आप अक्सर देकते होंगे कि बुढ़ापे में कमर झुकने लगती है. दरअसल कैल्शियम की कमी के कारण हडिडयाँ कमजोर हो जाती हैं हड्डियाँ कमजोर होने पर हड्डियों में जब वह दब नहीं पाती हैं तो टेढ़ी होने लगती हैं यही चीज जब स्पाइन की हडिडयों में होती है तो कमर झुक जाती है, जो कि अक्सर वृद्ध लोगों में दिखता है. इस कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए यदि चने का सेवन किया जाये तो कैल्शियम की कमी पूरी की जा सकती है.
यह जानकारी आज यहाँ केजीएमयू के ओर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जीके सिंह और स्पाइनल सर्जरी यूनिट के प्रमुख डॉ. आरएन श्रीवास्तव ने दी. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार महिलाओं में रजोनिवृत्ति के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन न बनने से कैल्शियम की कमी हो जाती है. इस कमी को पूरा करने के लिए चने का सेवन अत्यंत लाभदायक है. उन्होंने बताया कि 9 नवम्बर को विभाग अपना 66वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर 10वां प्रो.एएन श्रीवास्तव वार्षिक व्याख्यान का भी आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि इस मौके पर वेस्टमेड मेडिकल सेंटर न्यूयॉर्क अमेरिका के सह निदेशक एवं प्रसिद्ध अस्थि शल्यक एवं स्पाइनल सर्जन डॉ. आलोक शरण का व्याख्यान होगा. इस व्याख्यान में स्पाइन केयर के बारे में क्या-क्या नए शोध हुए हैं, के बारे में जानकारी दी जायेगी.
उन्होंने बताया कि 2 बेड से शुरू होने वाले इस विभाग में आज 269 बेड हैं. यहाँ 21 कंसलटेंट्स, 45 रेसिडेंट्स हैं. स्पाइन के बढ़ते मरीजों के बारे में उन्होंने बताया कि रोज लगभग 400 मरीज विभाग में आते हैं. उन्होंने बताया कि कल 8 नवम्बर को स्पाइनल फ्यूज़न सर्जरी में वर्तमान रुझान पर एक सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम के साथ स्पाइन की लाइव सर्जरी भी दिखाई जायेगी. उन्होंने बताया कि केजीएमयू में स्टेट स्पाइनल सर्जरी सेंटर खोलने के लिए केंद्र सरकार से ओर्थोपेडिक सर्जरी विभाग को चुना गया है. इसके लिए केंद्र सरकार हर साल 5 करोड़ रुपये देगी.
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