-ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में बच्चों और बड़ों ने बढ़-चढ़ कर लिया भाग
सेहत टाइम्स
लखनऊ। आज ऐतिहासिक गुरुद्वारा नाका हिंडोला में गुरमत संवाद का विशेष कार्यक्रम संपन्न हुआ, इसमें जो गुरमत मर्यादा और गुरबाणी के संबंध में बच्चों और संगतों को जानकारी दी गयी, इस तरह का कार्यक्रम लखनऊ में पहली बार आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने की, जबकि इस कार्यक्रम में पटियाला से आए हुए ज्ञानी सुच्चा सिंह ने विशेष भूमिका अदा की।
यह जानकारी देते हुए कमेटी के प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत ने बताया कि ज्ञानी सुच्चा सिंह के साथ ही वीर बृजेंद्रपाल सिंह, सरदार कृपाल सिंह एबट, ज्ञानी सुखदेव सिंह ने भी गुरमत मर्यादा और गुरबाणी के संबंध में बच्चों और संगतों को जानकारी देते हुए सम्बोधित किया, इसके साथ ही बच्चों और संगतों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए।
श्री बग्गा ने आए हुए बच्चों और संगत का स्वागत किया और कार्यक्रम में शामिल विद्वानों का अभिनंदन किया उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रयास है कि हमारी नई पीढ़ी के बच्चों को खालसा पंथ के गौरवमई इतिहास के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हो और वह सब गुरबाणी के साथ जुड़कर गुरबाणी से ज्ञान प्राप्त कर एक अच्छे नागरिक और एक अच्छे सिक्ख बने।
इस मौके पर सरदार कृपाल सिंह ऐबट ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सिख धर्म मानवता का धर्म है हमें गुरबाणी से ज्ञान प्राप्त करके अपने मन में दया भावना रखनी है और मानवता की सेवा करनी है। वीर बृजेंद्र पाल सिंह, जो गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के चीफ कोऑर्डिनेटर ऑफ इंडिया हैं, ने बच्चों के गुरबाणी के संबंध में पूछे गए सवालों के जवाब दिए। चाय-नाश्ते के लंगर के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।