-सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ मिलकर किया है विकसित
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने आज पहली स्वदेशी न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन न्यूमोसिल पेश की। इसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन जैसे साझेदारों के साथ मिलकर विकसित किया गया है। डॉ हर्षवर्धन ने अपनी ट्वीट में लिखा है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित की गयी पहली स्वदेशी वैक्सीन पेश करना वास्तव में गर्व की बात है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि हर्षवर्धन ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआईआईपीएल) को टीकों की संख्या के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता बताते हुए और भारत की अर्थव्यवस्था में इसके योगदान की पहचान करते हुए कहा कि इसके टीकों का उपयोग 170 देशों में किया जाता है। उन्होंने कहा कि दुनिया में हर तीसरे बच्चे का टीकाकरण इसके द्वारा तैयार टीकेा से होता है।
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि एसआईआईपीएल ने कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान पहला स्वदेशी न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी) विकसित कर लाइसेंस प्राप्त करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप है।