–कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर को 24 घंटे बाद भी नहीं मिली एम्बुलेंस
-डीसीपी का आश्वासन, एम्बुलेंस न आयी तो मैं खुद पीपीई किट पहनकर दारोगा को ले जाऊंगा भर्ती कराने
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना रिकॉर्ड तोड़ हमले कर रहा है, मरीजों की संख्या इतनी तेज बढ़ रही है कि अस्पतालों में जहां बिस्तरों की कमी हो रही है, वहीं मरीजों को भर्ती करने ले जाने के लिए एम्बुलेंस नहीं मिल पा रही हैं, इसका अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरोना के लिए बनाये गये स्टेट कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे एक डॉक्टर को भर्ती करने के लिए ले जाने के लिए एम्बुलेंस 24 घंटे तक नहीं आयी, हारकर वह अपने स्तर से कोशिश कर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में भर्ती हुए। इसी प्रकार कैसरबाग के एक दारोगा को बड़े अधिकारियों द्वारा कोशिश करने के बाद भी भर्ती के लिए घंटों एम्बुलेंस का इंतजार करना पड़ा।
मिली जानकारी के अनुसार कोरोना के लिए जवाहर भवन में बनाये गये कंट्रोल रूम में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर की रिपोर्ट शुक्रवार को पॉजिटिव आयी थी। इसके बाद वह भर्ती होने के लिए एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे, शुक्रवार से शनिवार हो गया, लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंची, बताया जाता है कि हारकर उन्होंने खुद के प्रयास से एक निजी मेडिकल कॉलेज से सम्पर्क किया, और वहीं भर्ती हुए।
इसी प्रकार कैसरबाग थाने में तैनात एक दारोगा की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसे भर्ती कराने के लिए लेने एम्बुलेंस घंटों नहीं पहुंची, दारोगा की तबीयत भी बिगड़ रही थी, इससे चिंता और बढ़ने लगी। डीसीपी पश्चिमी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी की ओर से इस बारे में बताया गया कि सुबह से ही वह दारोगा के साथ लगातार कोऑर्डिनेट कर रहे हैं। साथ ही कहा गया कि दारोगा की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट शाम 5 बजे आयी है, डीसीपी की ओर से कहा गया कि रिपोर्ट आने के बाद से लगातार सीएमओ व केजीएमयू के डॉक्टरों से बात की जा रही है। एम्बुलेंस का भी प्रबन्ध हो गया है, अति शीघ्र एम्बुलेंस के आते ही पीड़ित को अस्पताला भेजा जाएगा। डीसीपी की ओर से यह भी कहा गया कि यदि एम्बुलेंस आने में देरी होती है तो तो हम (डीसीपी) स्वयं पी पी ई किट पहनकर पीड़ित को ले जाने में समर्थ हैं।