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चंदन हॉस्पिटल पर मृत मरीज को दो दिन भर्ती रखने का आरोप

-परिजनों ने लगाया आरोप, दो दिन पूर्व हो गयी थी मरीज की मौत, हॉस्पिटल ने कहा आरोप बेबुनियाद

लखनऊ। फैजाबाद रोड स्थित चंदन हास्पिटल में धन उगाही के लिए मरीजों को जबरन भर्ती करने और अनावश्यक जांच कराने आदि के आरोप लगना आम बात हो चुकी है। शनिवार को अस्पताल में भर्ती महिला की मौत के बाद, परिवारजनों ने आरोप लगाया कि मरीज की मौत दो दिन पूर्व हो चुकी थी, 2.40 लाख रुपये जमा कराने का दबाव बनाते रहे, जब मरीज को शिफ्ट करने के लिए एम्बुलेंस पहुंच गई तो बताया कि मरीज की मृत्यु हो गई है। वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि परिवारीजनों के आरोप बेबुनियाद हैं।

मुंशी खेड़ा, मड़ि‍य़ांव निवासी राजेन्द्र सिंह ने पत्नी 65 वर्षीय सुधा देवी को 3 जून की रात को चंदन हास्पिटल में भर्ती कराया था। परिवारीजनों ने बताया कि अस्पताल में इलाज चलता रहा, हालत में सुधार न होने पर 5 जून को परिवारीजनों ने केजीएमयू रेफर करने का आग्रह किया तो, अस्पताल ने 2.40 लाख का बिल बना दिया। रुपयों का इंतजाम करने में दिक्कत हो रही थी, लिहाजा येनकेन प्रकारेण, शनिवार को जब मरीज को ले जाने के लिये एम्‍बुलेंस बुला ली, उस समय अस्पताल प्रशासन ने बताया कि मरीज की मृत्यु हो चुकी है।

मौत की सूचना मिलते ही परिवारीजनों ने हंगामा शुरू कर दिया और वेंटीलेटर पर भर्ती शुल्क वसूलने के लिए जबरन भर्ती रखने का आरोप लगाया। वहीं अस्पताल प्रशासन का कहना है कि मरीज केजीएमयू से लामा यानी चिकित्सकों की बिना मर्जी के डिस्चार्ज की स्थिति में आई थी कुल बिल 166000 का था, परिवारीजनों ने मात्र 1.38 लाख रुपये ही जमा किये हैं, मरीज कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में भर्ती हुई थी, हालत गंभीर थी।

परिवारीजनों से 5 जून को ही केजीएमयू ले जाने की बात हुई थी, लेकिन वे लोग निर्णय नहीं ले पाये। इसके बाद मरीज को 5 जून की रात में एक बार फिर कार्डियका अरेस्ट की पोजीशन हुई डॉक्टर मरीज को बचाने में सफल हो गए, उस समय मरीज के परिजन वहां नहीं थे, स्टाफ में मरीज के तीमारदारों से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन वे लोग नहीं मिले। अगली सुबह मरीज गुर्दा रोग विशेषज्ञ की देखरेख में रहा, तब भी उसके परिजन वहां उपस्थित नहीं थे। उनके परिजन करीब सुबह 10:00 बजे आए तब उन्होंने केजीएमयू ले जाने का निर्णय लिया। अस्‍पताल प्रशासन के अनुसार करीब डेढ़ बजे मरीज के केस से सम्‍बन्धित समरी और रिपोर्ट्स सौंप दी गयी थीं।  मरीज की मौत करीब 2 बजे हुई है।

ज्ञात हो कि चंदन हॉस्पिटल बीते कई माह से, मरीजों के इलाज में लापरवाही और परिवारीजनों के आरोपों की वजह से सुर्खियों में रहा है। इतना ही नही, लॉक डाउन अवधि में भी कोरोना बचाव की गाइड लाइन को धता बताते हुये धड़ल्ले से मरीजों की भर्ती होती रही। अस्पताल में भर्ती कई मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि भी हुई, जिनमें से एक मरीज की पीजीआई में मृत्यु भी हो गई थी। शासन के निर्देश पर उक्त मामले की जांच चल रही है।