-केजीएमयू में आयोजित सीएमई में व्याख्यान के साथ ही कैडेवर पर भी दिया गया प्रशिक्षण
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किसी भी स्टेज के कैंसर से ग्रस्त मरीज का कैंसर समाप्त हो, इसका प्रयास तो चल रहा है, लेकिन अगर कैंसर से ग्रस्त मरीजों को इसके दर्द से राहत मिले इस दिशा में यहां केजीएमयू में एनेस्थीसिया विभाग द्वारा पेन मैनेजमेंट किया जा रहा है। रविवार को एनेस्थीसिया विभाग द्वारा एक सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) का आयोजन किया गया, इसके साथ ही पेन मैनेजमेंट की प्रक्रिया को सिखाने के लिए एक कैडवरिक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। इसमें देश भर से आये 45 प्रतिभागियों को पहले व्याख्यान के रूप में तथा फिर कैडेवर पर प्रैक्टिकल करते हुए प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
कार्यशाला की आयोजन सचिव डॉ सरिता सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन प्रति कुलपति प्रो जीपी सिंह ने किया। इसके बाद एनेस्थीसिया की विभागाध्यक्ष प्रो अनिता मलिक और पेन क्लीनिक इंचार्ज डॉ सरिता सिंह ने आये हुए अतिथियों का स्वागत किया। कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ मनीष सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
डॉ सरिता सिंह ने बताया कि कार्यशाला में कैंसर से ग्रस्त मरीजों को दवाओं के साथ ही उनकी नसों में दर्द निवारण के लिए की गयी प्रक्रियाओं को सिखाया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण देने के लिए देश के अनेक संस्थानों से विशेषज्ञ आये थे, इनमें दरदिया पेन इंस्टीट्यूट कोलकाता के डॉ गौतम दास, संजय गांधी पीजीआई के डॉ संजय अग्रवाल, एम्स दिल्ली के डॉ वीके मोहन, लोहिया संस्थान से डॉ संजय धीराज, डॉ अनुराग, मुम्बई से डॉ सिद्धार्थ और बीएचयू वाराणसी से डॉ निमिषा शामिल थीं।