-डीएचआर-एमआरयू को भी मिला उत्कृष्टता पुरस्कार, कुलपति ने कहा गर्व की बात
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के 113वें स्थापना दिवस पर दिये जाने वाले पुरस्कारों में अपना परचम लहराया है। केजीएमयू ने अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए आईसीएमआर के “वायरस अनुसंधान और डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला (वीआरडीएल) उत्कृष्टता पुरस्कार” की दोनों श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार जीते हैं। इसके अतिरिक्त केजीएमयू डीएचआर-एमआरयू (स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग-बहुविषयक अनुसंधान इकाई) ने भी उत्कृष्टता पुरस्कार हासिल किया है। ये पुरस्कार नयी दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन में आयोजित समारोह में 14 नवम्बर को प्रदान किये गये।
यह जानकारी यहां जारी विज्ञप्ति में देते हुए केजीएमयू की कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने इसे गर्व का विषय बताते हुए बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। उन्होंने बताया कि केजीएमयू को आईसीएमआर के “वायरस अनुसंधान और डायग्नोस्टिक प्रयोगशाला (वीआरडीएल) उत्कृष्टता पुरस्कार” की दोनों श्रेणियों में प्रथम पुरस्कार मिला। उन्होंने बताया कि श्रेणी I के तहत “वीआरडीएल की वैज्ञानिक अनुसंधान में उत्कृष्टता” का पुरस्कार वायरस अनुसंधान के क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रकाशनों में योगदान की मान्यता के आधार पर दिया गया है जबकि श्रेणी II “वीआरडीएल की सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों में उत्कृष्टता” में विशेष रूप से व्यापक रोगी नमूना परीक्षण के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान के आधार पर मान्यता के लिए प्रदान किया गया है।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि श्रेणी I में प्रथम पुरस्कार केजीएमयू लखनऊ को, द्वितीय जेआईपीएमईआर, पुडुचेरी को तथा तीसरा पुरस्कार एसवीआईएमएस, तिरुपति को प्रदान किया गया जबकि श्रेणी II में प्रथम केजीएमयू, लखनऊ द्वितीय जेआईपीएमईआर, पुडुचेरी को तथा तीसरा पुरस्कार एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर को प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त केजीएमयू डीएचआर-एमआरयू (स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग-बहुविषयक अनुसंधान इकाई) को देश के सर्वश्रेष्ठ तीन एमआरयू में से एक माना गया और इसके लिए उत्कृष्टता पुरस्कार प्राप्त हुआ।
प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद ने दो वीडीआरएल उत्कृष्टता पुरस्कारों के लिए प्रोफेसर अमिता जैन और उनकी टीम को और सर्वश्रेष्ठ डीएचआर-एमआरयू पुरस्कार के लिए प्रोफेसर आरडी सिंह और उनकी टीम को बधाई दी और कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता हमेशा सराहनीय होती है, लेकिन दोनों श्रेणियों में शीर्ष पर रहना उत्कृष्टता के प्रति केजीएमयू के समर्पण को दर्शाता है।