-अत्याधुनिक विधि का किया प्रयोग, मरीज आराम से चल-फिर रहा
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की टीम जनरल सर्जरी ने अपने विभागाध्यक्ष डॉ अभिनव अरुण सोनकर के मार्गदर्शन में पैंक्रियाज के कैंसर की अत्यानुधिक तरीके से सर्जरी करके कीर्तिमान स्थापित किया है। खास बात यह है कि यह सर्जरी देश के चुनिंदा स्थानों पर ही होती है और वह भी Hybrid Method से, जबकि यहां इसे अत्याधुनिक Pancreaticoduodenectomy AKA whipple procedure से पूरी तरह से दूरबीन से किया गया है। मरीज अब आराम से चल-फिर रहा है।
यह जानकारी आज शुक्रवार को विभाग में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में सर्जरी करने वाली टीम में शामिल डॉ संदीप कुमार वर्मा व प्रो अवनीश कुमार ने दी। चिकित्सकों ने सर्जरी के बाद आराम से चल-फिर रहे मिर्जापुर के रहने वाले 34 वर्षीय विद्याचरण शुक्ला को भी पत्रकारों से रूबरू कराया। शुरुआती परेशानी के बारे में मरीज ने बताया कि उसे पीलिया के साथ बुखार और पूरे बदन में खुजली होने की शिकायत के बाद वह पहले इलाहाबाद में एक अस्पताल में दिखाता रहा, जब आराम नहीं मिला तो यहां केजीएमयू दिखाने आया।
डॉ संदीप कुमार ने बताया कि बीती 16 अक्टूबर को मरीज जब उनके पास पहुंचा तो उसे पीलिया, जाड़ा देकर बुखार और पूरे शरीर में खुजली हो रही थी। उसका पीलिया का स्तर करीब 16 था। ऐसे में सबसे पहले ईआरसीपी से स्टेंटिंग करके पीलिया को नॉर्मल किया गया। उन्होंने बताया कि इसके पांच-छह सप्ताह बाद प्रो सोनकर के मार्गदर्शन में यह तय किया गया कि मरीज की सर्जरी अत्याधुनिक तरीके से की जाये। मरीज की 13 दिसम्बर को सर्जरी की गयी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन में 8 घंटे लगे। उन्होंने बताया कि सर्जरी के दौरान मरीज को एक भी बोतल खून नहीं चढ़ाना पड़ा।
सर्जरी के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया कि कैंसरग्रस्त भाग निकालने के लिए पैंक्रियाज का एक तिहाई हिस्सा, पित्त की नली और छोटी आंत का शुरुआती हिस्सा duodenum को सर्जरी कर निकाल दिया गया। उन्होंने बताया कि इस मरीज के नाभि के पास ही एक-एक सेंटीमीटर के तीन तथा आधा-आधा सेंटीमीटर के तीन छेद करके सर्जरी को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि अगले दिन ही मरीज चलने-फिरने लगा था, तथा तीसरे दिन से खाना-पीना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि अब कुछ दिन बाद मरीज की रेडियोथैरेपी शुरू की जायेगी।
देखें वीडियो सर्जरी के अगले दिन चलने लगा मरीज
कैंसर की जांच के बारे में उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद निकाले गये हिस्से की बायप्सी करायी गयी जिसमें कैंसर होने की पुष्टि हुई है। इस सर्जरी में करीब 70 से 80 हजार रुपये का खर्च आया।
सर्जरी करने वाली टीम
सर्जरी करने वाली टीम में डॉ संदीप कुमार वर्मा, प्रो अवनीश कुमार, डॉ निर्भय सिंह, डॉ अदिति, डॉ हर्षल, डॉ कलीम, डॉ अंकिता, डॉ आकाश, ऐनेस्थीसिया टीम में डॉ अनीता मलिक, डॉ जीपी सिंह, डॉ मनीष के साथ ही ओटी स्टाफ इंदू यादव, मिलन सिंह, सीमा पाण्डेय, केके सिंह तथा लेप्रोस्कोपिक टेक्नीशियन रूपेश व महिन्दर शामिल रहे।