Saturday , November 23 2024

खतरनाक लू से बचना और निपटना है आसान : डॉ. देवेश

लखनऊ। गर्मी तेजी से बढ़ रही है खासतौर से दोपहर के समय हालत यह होती है कि गर्मी से भी बचना है और साथ ही बचना है लू से। गर्मी के मौसम में गर्म हवा और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ देवेश श्रीवास्तव ने लू से बचने के लिए कुछ घरेलू उपचार बताये ।

डॉक्टर देवेश श्रीवास्तव

अपनायें ये आसान घरेलू उपाय

डॉ देवेश ने बताया कि चिलचिलाती गर्मी में लू से बचने के लिए घरेलू उपाय काफी कारगर साबित होते हैं। उन्होंने बताया कि:-
धूप में निकलते वक्त छाते का इस्तेमाल करना चाहिए,पूरे बदन वा सिर ढंक कर धूप में निकलने से भी लू से बचा जा सकता है।
संतरा, नींबू, आम पना, पुदीना, टमाटर की चटनी, प्याज, नारियल बेल, खरबूजा, तरबूज, खीरा, ककड़ी और पेठा खाने से भी लू लगने की संभावना नहीं रहती है।
घर से पानी या कोई ठंडा शरबत पीकर बाहर निकलें. जैसे आम पना, शिकंजी, खस का शर्बत ज्यादा लाभप्रद  है।
तेज धूप से आते ही और ज्यादा पसीना आने पर फौरन ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए।
गर्मी के दिनों में बार-बार पानी पीते रहना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
पानी में नींबू और नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीते रहने से लू लगने का खतरा कम रहता है।
धूप में बाहर जाते वक्त कुछ खाकर निकलें, खाली पेट नहीं जाना चाहिए।
सब्जियों के सूप का सेवन करने से भी लू से बचा जा सकता है।
गर्मी के दिनों में हल्का भोजन करना चाहिए. भोजन में दही को शामिल करना चाहिए।
नहाने से पहले जौ के आटे को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाकर बॉडी पर लगाकर कुछ देर बाद ठंडे पानी से नहाने से लू का असर कम होता है।
लू से बचने के लिए कच्चे आम का लेप बनाकर पैरों के तलवों पर मालिश करनी चाहिए।
-लू लगने और ज्यादा गर्मी में शरीर पर घमौरियां हो जाती हैं. बेसन को पानी में घोलकर घमौरियों पर लगाने से फायदा होता है।
लू लगने पर जौ के आटे और  प्याज को पीसकर पेस्ट बनाएं और उसे शरीर पर लगाएं. जरूर राहत मिलेगी।
धूप में निकलने से पहले नाखून पर प्याज लगाने से लू नहीं लगती,यदि धूप में बाहर निकलते वक्त अगर आप छिला हुआ प्याज लेकर साथ चलेंगे तो भी आपको लू नहीं लगेगी।
धूप से आने के बाद थोड़ा सा प्याज का रस शहद में मिलाकर चाटने से लू लगने की संभावना कम होता है।
गर्मी के मौसम में खाने के बाद गुड़ खाने से भी लू लगने का डर कम होता है।
शीतली, शीतकारी प्राणायाम का अभ्यास करते रहें, लू नहीं लगेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Time limit is exhausted. Please reload the CAPTCHA.