लखनऊ। क्या आप जानते हैं कि गुर्दा रोग और मोटापे का सीधा सम्बन्ध है क्योंकि मोटे लोगों के शरीर में पेशाब बनाने के लिए गुर्दों को ज्यादा काम करना पड़ता है जिससे उन पर दबाव बढ़ता है और खराब होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में यह विश्वस्तर पर महामारी का रूप ले लेगा जबकि अच्छी बात यह है कि मोटापे को मात्र अपनी दिनचर्या में बदलाव करके रोका जा सकता है।
आईएमए ने कहा-वजन पर नियंत्रण रखें
विश्व गुर्दा दिवस पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की लखनऊ शाखा ने लोगों से अपील की है कि अपने वजन पर नियंत्रण रखकर स्वस्थ जीवन जीयें। अध्यक्ष डॉ पीके गुप्ता और सचिव डॉ जेडी रावत ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि विश्व गुर्दा दिवस पर हर वर्ष गुर्दा रोग के कारणों में से एक रिस्क फैक्टर को थीम के रूप में प्रचारित किया जाता है इस वर्ष की थीम में मोटापा को गुर्दा रोग के बड़े कारण के रूप में देखा जा रहा है जो कि उच्च रक्तचाप और डायबिटीज को बढ़ावा देता है जो कि गुर्दा रोग होने का कारण बनता है।
दौड़ें-भागें, हरी सब्जियां खायें
चिकित्सकों ने विज्ञप्ति में बताया है कि अगर जीवन शैली में सुधार करते हुए कुछ बातों को अपना लें तो यह जोखिम कम हो जायेगा। उन्होंने बताया कि सुबह तेज गति से चलना, दौडऩा, साइकिल चलाना, तैरना, तली-भुनी चीजों का सेवन कम करना, पिज्जा, नूडल, मैदे से बनी चीजों से परहेज करना ठीक रहेगा। उन्होंने बताया कि हरी सब्जियां, हरा साग, हाई फाइवर युक्त भोजन का सेवन करना तथा नियमित रूप से रक्त में लिपिड की जांच कराते रहना चाहिये।
आप मोटे हैं या नहीं, इस तरह देखें
चिकित्सकों के अनुसार व्यक्ति को अपना बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 24 से कम रखना चाहिये और यदि बीएमआई 30 से अधिक है तो इसका अर्थ है कि आप मोटापे की श्रेणी में आते हैं। अब प्रश्न उठता है कि बीएमआई कैसे नापी जाये तो इसे नापना घर पर भी संभव है। इसको निकलने का फार्मूला है क़ि जितना आपका वजन है उसमें जितनी आपकी लम्बाई मीटर में है उसे वर्ग मीटर में बदल कर जो संख्या आये उससे वजन की संख्या में भाग दे दें, जो परिणाम आयेगा वही आपका बीएमआई है। उदाहरणार्थ यदि आपका वजन 70 किलोग्राम है और आपकी लम्बाई 1.6 मीटर है तो लम्बाई का वर्ग यानी 1.6 गुणा 1.6 = 2.56 मीटर हुई तो ऐसे में 70 में 2.56 का भाग देंगे तो परिणाम आयेगा 27.3 यानी बीएमआई हुई 27.3, जो सामान्य यानी 24 से अधिक है इसका सीधा अर्थ है कि आप अपनी दिनचर्या को बेहतर कर लें और रोगों से सुरक्षित हो जायें।