-एसजीपीजीआई सहित सभी चिकित्सा संस्थानों और अस्पतालों में लागू होगी योजना
सेहत टाइम्स
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य के सरकारी सेवकों, सेवानिवृत्त सरकारी सेवकों और उनके आश्रित परिवारों को दी जाने वाली कैशलेस चिकित्सा सुविधा पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना (PDDURKCCY) को लेकर शुक्रवार 13 जनवरी को संजय गांधी पीजीआई में एक कार्यशाला आयोजित की गयी। इसका उद्देश्य सभी हितधारकों (डॉक्टरों, रेजिडेंट्स, पीआरओ-ओपीडी, आरोग्य मित्र/दीनदयाल मित्र) को अपडेट करना था।
ज्ञात हो यह सुविधा यूपी में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत सूचीबद्ध सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। इस योजना में उत्तर प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों/अस्पतालों में बिना किसी वित्तीय सीमा के कैशलेस इलाज शुरू किया जा रहा है। यह सुविधा एसजीपीजीआई में होने वाले इलाज के लिए भी लागू की जा रही है।
संस्थान द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार इस योजना को लेकर संस्थान के अस्पताल प्रशासन विभाग, द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य इस जागरूकता सत्र के माध्यम से इस चिकित्सा योजना के कार्यान्वयन को सुविधाजनक बनाना था।
यह कार्यक्रम अपरान्ह 2:45 बजे डॉ. आर. हर्षवर्धन, नोडल अधिकारी, पीडीडीयूआरकेसीसीवाई और एचओडी, अस्पताल प्रशासन द्वारा स्वागत नोट और उद्घाटन भाषण के साथ शुरू हुआ। संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. गौरव अग्रवाल ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का संक्षिप्त परिचय दिया। कार्यक्रम के बाद एसजीपीजीआई में एबी-पीएमजेएवाई की उपलब्धियों पर संस्थान के निदेशक प्रो आर के धीमन ने विचार-विमर्श किया।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि वैज्ञानिक सत्र की शुरुआत डॉ. बी.के. पाठक, महाप्रबंधक, साचीस के व्याख्यान से हुई, जिसमें उन्होंने पी डी डी यू आर के सी सी वाई के आवेदन के लिए मुख्य विशेषताएं, पात्रता और आवश्यक दस्तावेज और आवेदन की योजना और प्रक्रिया प्रवाह के तहत आवेदन से संबंधित विषय पर प्रकाश डाला। अगले सत्र की शुरुआत उत्पल यादव, प्रबंधक, साचीस ने इन-पेशेंट्स हॉस्पिटलाइज़ेशन, प्री और पोस्ट हॉस्पिटलाइज़ेशन, मेडिकल खर्च कवर और डे केयर प्रक्रियाओं और गैर-प्रकटीकरण या गलत बयानी, सूचना के प्रकटीकरण और दावा निपटान (प्रावधान) विषयों पर बातचीत के साथ शुरू की।
सत्य प्रकाश वर्मा, आईटी-मैनेजर, साचीस ने ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से सरकारी अस्पताल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के कार्यान्वयन पर चर्चा की। कार्यक्रम संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वी. के. पालीवाल, और डॉ. आर. हर्षवर्धन, नोडल अधिकारी, पीडीडीयूआरकेसीसीवाई की अध्यक्षता में एक खुले चर्चा सत्र के साथ समाप्त हुआ। समापन टिप्पणी डॉ. के.डी. सिंह, एस.आर., अस्पताल प्रशासन द्वारा रखी गई।