Wednesday , October 11 2023

दहशत के स्‍याह अंधेरे को दूर करने आ रहा 16 जनवरी का सूरज

-सभी जिलों में पहुंची वैक्‍सीन, तैयारियां पूरी, सीसीटीवी की निगरानी में वैक्‍सीन और वैक्‍सीनेशन

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। लगभग एक साल से दहशत के अंधेरे में जी रहे देशवासियों के लिए उम्‍मीद की रौशनी लेकर 16 जनवरी का सूरज आ रहा है। अब से चंद घंटों बाद ही सदी की सर्वाधिक भीषण महामारी पर विजय प्राप्‍त करने के लिए भारत का विजय रथ तैयार है। प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के रणभेरी बजाते ही हिन्‍दुस्‍तान का यह रण शुरू हो जायेगा। देश-व्यापी शुरुआत के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी जानलेवा वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण का शुभारम्भ 16 जनवरी से हो रहा है। यूपी में 317 केंद्रों के एक-एक बूथ पर इसकी शुरुआत की जा रही है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में टीके पहुंच चुके हैं। वैक्‍सीन के वॉयल के आवश्‍यक तापमान में रखरखाव पर नजर रखने के लिए कोल्‍ड चेन प्‍वाइंट पर सीसीटीवी कैमरे लग चुके हैं। टीकाकरण सत्र की निगरानी भी सीसीटीवी के माध्‍यम से की जायेगी।

यूपी के चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जयप्रताप सिंह ने आज शुक्रवार को यहां लोक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स बताया कि 16 जनवरी को प्रधानमंत्री द्वारा कोविड टीकाकरण का शुभारम्भ किया जाएगा। उसी के बाद उत्तर प्रदेश में 317 स्थानों पर कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण की शुरुआत होगी।


जयप्रताप सिंह ने बताया कि टीकाकरण के दौरान सभी सुरक्षा के नियमों का पालन किया जाएगा। सुरक्षा के सभी इन्तजाम किए जा चुके हैं। सभी 1298 कोल्ड चेन पॉइन्टस पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए जा चुके हैं एवं टीकाकरण सत्र की निगरानी भी सी0सी0टी0वी0 द्वारा की जाएगी। टीकाकरण सम्बन्धी किसी भी समस्या के लिए राज्य हेल्पलाइन नम्बर- 104 और राष्ट्रीय हेल्पलाइन नम्बर- 1075 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
जय प्रताप सिंह ने जानकारी दी कि उत्तर प्रदेश में दोनों प्रकार के कोविशील्‍ड एवं कोवैक्‍सीन स्वदेशी टीकों का प्रयोग किया जाएगा। प्रदेश में प्रथम चरण के लिए कोविशील्‍ड की 10,55,500 एवं कोवैक्‍सीन की 20,000 खुराकें आ चुकी हैं। टीके सभी 75 जिलों में जरूरत के हिसाब से भेजे जा चुके हैं। कोल्ड चेन के लिए उचित जगह एवं उपकरण की व्यवस्था भी की जा चुकी है। कोल्ड चेन को सुनिश्चित करने के लिए 23 जिलों में निर्माण एवं 52 जिलों में मरम्मत का कार्य भी पूर्ण हो चुका है, जिससे अतिरिक्त क्षमता को बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा योजना के अन्तर्गत, सभी टीकाकरण केन्द्रों पर 5 सदस्यों की टीम होगी सभी सदस्यों को अपने कार्य के लिए उचित प्रशिक्षण दिया जा चुका है।


अपर मुख्य सचिव अमित मोहन ने कहा, टीकाकरण केन्द्र पर तीन कक्ष होंगे। टीकाकरण के बाद व्यक्ति को 30 मिनट निगरानी में रखा जाएगा। एईएफआई (एडवर्स इवेंट फालिंग इम्युनाइजेशन) की घटना होने पर एनाफि‍लेक्सिस किट का प्रयोग किया जाएगा एवं व्यक्ति को निकटतम एईएफआई केन्द्र पर ले जाया जाएगा। टीकाकरण होने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सूचना कोविन पोर्टल पर उपलब्ध है। विभाग ने प्रत्येक टीकाकरण स्टाफ को ब्रैडिंग वाली फेस शील्ड उपलब्ध करायी है।
कोविड टीकाकरण उचित वैज्ञानिक शोध के बाद लागू किया जा रहा है एवं पूर्णतया सुरक्षित है। सरकार द्वारा इच्छुक व्यक्तियों का टीकाकरण किया जाएगा। प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मी, द्वितीय में फ्रन्टलाइन कार्यकर्ता एवं तीसरे चरण में 60 वर्ष से अधिक व्यक्ति शामिल होंगे।
प्रेस वार्ता में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह के साथ अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उ0प्र0 अपर्णा उपाध्याय, महानिदेशक, परिवार कल्याण डा0 राकेश दुबे भी उपस्थित रहे।

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