-डॉक्टर्स डे पर आईएमए व लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन ने आयोजित किया सम्मान समारोह
सेहत टाइम्स
लखनऊ। मेरे लिए तो 365 दिन चिकित्सक दिवस होता हैं। उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले इन डॉक्टरों का जीवन बहुत चुनौतियों से भरा होता है। न सोने का समय निश्चित न ही उठने का, ऐसे में मेरी सलाह है कि लोगों की चिंता करने के साथ ही डॉक्टरों को अपने और परिवार की भी चिंता करनी चाहिये।
ये विचार उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने आज चिकित्सक दिवस पर आईएमए भवन में आईएमए लखनऊ व लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आज भारत रत्न डॉ बीसी राय की जन्मतिथि और पुण्यतिथि दोनों हैं, इस मौके पर मैं उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पण करता हूं। उन्होंने कहा कि डॉ बीसी राय चिकित्सक के साथ ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी भी थे। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्य करते हुए मेयर, मुख्यमंत्री पद तक जाना वास्तव में बहुत बड़ी बात है। डॉ बीसी राय ने अविवाहित रहते हुए अपना जीवन समाज को समर्पित कर दिया।
श्री सिंह ने चिकित्सकों के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कोरोना काल में जो आप लोगों ने उपलब्धि हासिल की है, वह सभी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि आप समाज को सही दिशा देने का कार्य करें क्योंकि डॉक्टर की जनता सुनती है, एक राजनीतिक व्यक्ति अगर कुछ कहेगा और एक डॉक्टर कुछ कहेगा तो डॉक्टर के कहे हुए को जनता ज्यादा महत्व देगी। आप कहेंगे तो जल संरक्षण के उपाय लोग करेंगे। उन्होंने कहा कि बिगड़ी हुई व्यवस्था को सुधारना भी है, परिवर्तन धीरे-धीरे आ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व वाली सरकारों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए उन पर अपना भरोसा बनाये रखने की अपील की।
महापौर ने डॉक्टरों से कहा, नगर निगम में समस्या न होने देने की मेरी गारंटी
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि चिकित्सकों को अगर नगर निगम से कोई भी समस्या आये तो मुझे फोन करिये, मैंने ऐसी व्यवस्था कर रखी है कि मुझसे सम्बन्धित समस्याओं का समाधान मैं 24 घंटे के अंदर करने की कोशिश करती हूं। उन्होंने पूर्व मेयर डॉ एससी राय को भी याद किया। उन्होंने कोरोना काल में दिये डॉक्टरों के योगदान की सराहना करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा लोगों के खाने-पीने, अस्पताल जाने आदि की व्यवस्था के लिए घर से बाहर निकलकर सेवा करने का जिक्र भी किया।
इससे पूर्व आईएमए अध्यक्ष डॉ जेडी रावत ने अपने स्वागत भाषण में डॉ बिधान चंद्र राय का जीवन परिचय बताया कि किस प्रकार उन्होंने डॉक्टरी के साथ ही राजनीति के लिए समय निकाल कर जनता की सेवा में लगे रहे। डॉ राय कोलकाता के मेयर, एमएलए और बाद में मुख्यमंत्री बने। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रहते हुए भी डॉ राय मरीज देखते थे।
वर्षों से चल रहे नर्सिंग होम्स को अचानक गैर कानूनी बताना गलत
लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अनूप अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में डॉक्टरों की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि 90 प्रतिशत छोटे नर्सिंग होम हैं जो वर्षों से चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में इनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। उन्होंने इंदिरा नगर क्षेत्र में नर्सिंग होम्स को गैरकानूनी बताते हुए उनके खिलाफ बीते दिवस चलाये गये अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि वर्षों से चल रहे इन नर्सिेंग होम्स को अचानक गैरकानूनी बताकर बंद करना गलत है, इस सम्बन्ध में सरकार को चाहिये कि इन नर्सिंग होम को नियमित करने के लिए एक अच्छी ओटीएस स्कीम लाये। यह स्कीम ऐसी हो जिससे सरकार को भी फायदा हो और डॉक्टरों के लिए भी सुलभ हो।
सभी लाइसेंस के लिए सिंगल विंडो व समयसीमा तय करें
एक अन्य दिक्कत को रखते हुए डॉ अनूप ने कहा कि हम डॉक्टर पूरे साल भर लाइसेंसी प्रणाली में उलझे रहते हैं, लगभग 20 लाइसेंस हैं। उन्होंने कहा कि पॉल्यूशन बोर्ड का लाइसेंस 5 वर्ष के लिए मिलने की बात कही गयी थी, लेकिन सिर्फ 5-6 माह के लिए ही मिलता है, उन्होंने कहा कि जब सरकार की तरफ से ऑनलाइन व्यवस्था है तो आखिर ऑनलाइन कार्य होता क्यों नहीं है। उन्होंने मांग की ऐसे छोटे नर्सिंग होम्स के लिए जो भी जितने भी लाइसेंस हों उन्हें सिंगल विंडो के तहत जारी करने की व्यवस्था करनी चाहिये। इसके लिए एक समय सीमा भी निश्चित की जानी चाहिये।
कार्यक्रम में आईएमए के निवर्तमान अध्यक्ष डॉ मनीष टंडन, निर्वाचित अध्यक्ष डॉ विनीता मित्तल ने भी अपने उद्गार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन डॉ सरिता सिंह और डॉ वारिजा सेठ ने किया। कार्यक्रम में लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन के सचिव डॉ संजय लखटकिया सहित आईएमए लखनऊ और लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन के कई पदाधिकारी शामिल रहे।
डॉक्टर्स डे पर इन चिकित्सकों को सम्मान
डॉक्टर्स दिवस पर आईएमए व लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन की ओर से चिकित्सकों को सम्मानित किया गया। इनमें उपस्थित चिकित्सकों को मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व महापौर सुषमा खर्कवाल ने सम्मानित किया। जिन चिकित्सकों को सम्मानित किया गया है उनमें डॉ ओपी सिंह, डॉ अभिषेक शुक्ला, डॉ अनिल खन्ना, डॉ एमएलबी भट्ट, डॉ जीसी मक्कड़, डॉ संदीप कपूर, डॉ संदीप गर्ग, डॉ. वीरेंद्र कुमार यादव, डॉ.ए.के.जैन, डॉ.ए.एम.खान, डॉ.ए.पी.सिंह, डॉ.अब्बास अली मेहदी, डॉ.अजय कुमार वर्मा, डॉ.अम्बुज कुमार यादव, डॉ.अमित अग्रवाल, डॉ.अनंतशील चौधरी, डॉ.अनिकेत रस्तोगी, डॉ.अनिल कुमार त्रिपाठी, डॉ.अनीता सिंह, डॉ.अंशुमल रस्तोगी, डॉ.अनुपम शरण, डॉ.अनुराधा अग्रवाल, डॉ.अर्चिका गुप्ता, डॉ.अरविंद दुबे, डॉ.आशुतोष कुमार शर्मा, डॉ.बी.पी.सिंह, डॉ.बबीता सिन्हा, डॉ.डी.के.वत्सल, डॉ.दर्शन बजाज, डॉ.दीपक अग्रवाल, डॉ.गुरमीत सिंह, डॉ.एच.के.अग्रवाल, डॉ.जगदीप वर्मा, डॉ.ज्योतिर्मय भमड़ी, डॉ.के.डी. मिश्रा, डॉ.के.के. त्रिपाठी, डॉ.कमलेश कुमार, डॉ.कविता बंसल, डॉ. एम.अलीम सिद्दीकी, डॉ. मनीष टंडन, डॉ. मनमीत सिंह, डॉ. मनोज अग्रवाल, डॉ. मनोज कुमार अस्थाना, डॉ. मनोज श्रीवास्तव, डॉ मनोज गोविला, डॉ. मोना असनानी, डॉ. मुकुलेश गुप्ता, डॉ. मुईद अहमद, डॉ. नीलू अरोरा, डॉ. नीरज अरोड़ा, डॉ.नीरजा सिंह, डॉ.निशि श्रीवास्तव, डॉ.पूजा गुलाटी, डॉ.प्रांजल अग्रवाल, डॉ.प्रीति कुमार, डॉ.आर.बी.सिंह, डॉ.आर.के.गर्ग, डॉ.रजत देसी, डॉ. राजीव सक्सेना, डॉ.राकेश कुमार दीक्षित, डॉ.रमा श्रीवास्तव, डॉ.रविशंकर, डॉ.रेनू लखटकिया, डॉ.ऋतु सक्सेना, डॉ.रुखसाना खान, डॉ.रूपाली श्रीवास्तव, डॉ.एस.के.रावत, डॉ.एस.पी. जैसवार, डॉ.संदीप गर्ग, डॉ.संदीप कपूर, डॉ.संदीप कुमार, डॉ.संजय निरंजन, डॉ.संजय श्रीवास्तव, डॉ.संतोष सिंह, डॉ.सरस्वती देवी, डॉ.सरिता सिंह, डॉ.शालिनी चंद्रा, डॉ.शशि राय, डॉ. शाश्वत विद्याधर, डॉ. शाश्वत सक्सेना, डॉ. शोभित चावला, डॉ. श्वेता श्रीवास्तव, डॉ. सुमीत सेठ, डॉ. सुमित रूंगटा, डॉ. तनीश बाकर, डॉ. वैभव खन्ना, डॉ. विनीता मित्तल और डॉ. वारिजा सेठ शामिल हैं।
