-दंत विभाग में चल रहे सप्ताह भर के कार्यक्रम में तीसरे दिन भी विद्यार्थियों को दिये गये तरह-तरह के प्रशिक्षण
सेहत टाइम्स
लखनऊ। केजीएमयू के कंजर्वेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स विभाग द्वारा 27 मार्च से 1 अप्रैल तक आयोजित किये जा रहे राष्ट्रीय छात्र विनिमय कार्यक्रम के तीसरे दिन विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।
यह जानकारी देते हुए डीन डेंटल फैकल्टी एवं विभागाध्यक्ष प्रो एपी टिक्कू ने बताया कि तीसरे दिन के कार्यक्रम की शुरुआत
प्रो राकेश कुमार यादव द्वारा एंडोडोंटिक्स में लेजर पर एक व्याख्यान के साथ हुई, व्याख्यान के बाद उन्होंने एक मरीज पर लेजर से लाइव क्लिनिकल प्रदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय एक ऐसा प्रशिक्षण केंद्र है जिसमें हार्ड और सॉफ्ट टिश्यू दोनों तरह के लेजर उपलब्ध हैं, उनकी मदद से, कई उपचार प्रक्रियाएं कर सकते हैं जैसे दांत की अतिसंवेदनशीलता, रूट कैनाल उपचार और पल्प रिजनरेशन के साथ-साथ सौंदर्य और कॉस्मेटिक प्रक्रियाएं जैसे काले मसूड़े का डिपिगमेन्टेशन, बिना दर्द, बिना रक्तस्राव और सूजन के तिल को हटाना, मुंह के घाव आदि का उपचार। प्रो टिक्कू ने बताया कि देश के विभिन्न डेंटल कॉलेजों से आये विद्यार्थियों ने केजीएमयू के एनाटॉमी विभाग, सेंट्रल लाइब्रेरी और प्रशासनिक भवन का भी भ्रमण किया।
इसके अतिरिक्त शैक्षिक कार्यक्रम में पीडोडोंटिक्स विभाग की प्रोफेसर डॉ ऋचा खन्ना द्वारा 3डी प्रिंटिंग की डेंटिस्ट्री में उपयोगिता पर विस्तार से बताया। डॉ ऋचा ने बताया कि थ्री डी टेक्नोलॉजी से न केवल दांत बल्कि मुख के अन्य भागों की थ्री डी प्रिन्टिंग से इमेज लेकर सटीक डायग्नोसिस और इलाज किया जा सकता है। डॉ सौम्येंद्र विक्रम सिंह द्वारा स्माइल डिजाइन पर विस्तृत जानकारी दी। डॉ सौम्येन्द्र ने बताया की अब किसी भी व्यक्ति की स्माइल को इम्प्रूव करने के लिए उसके दांतों का डाटा कंप्यूटर में फीड कर के कम समय में बेहतर स्माइल दी जा सकती है। कार्यक्रम के दौरान डॉ प्रोमिला वर्मा, डॉ रमेश भारती, डॉ रिदम, डॉ विजय कुमार शाक्य, डॉ प्रज्ञा पाण्डेय और डॉ निशि सिंह सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।