-राजस्थान आईएमए ने लिखाया मुकदमा, जोरदार प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान
सेहत टाइम्स
लखनऊ/जयपुर। राजस्थान में दोसा के लालसोट में गायनीकोलॉजिस्ट डॉ अर्चना शर्मा की आत्महत्या के मामले ने जबरदस्त तूल पकड़ लिया है। राजस्थान सहित दूसरे राज्यों की चिकित्सक बिरादरी घटना को लेकर बेहद आक्रोशित है। निजी और सरकारी दोनों क्षेत्र के चिकित्सकों ने इस पर विरोध प्रदर्शन करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। दूसरी ओर इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि यह घटना बेहद दुखद है इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है तथा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
ज्ञात हो गत दिवस 29 मार्च को निजी हॉस्पिटल चलाने वाली डॉ अर्चना शर्मा ने एक महिला मरीज की मौत को लेकर उनके खिलाफ पुलिस में हत्या का मुकदमा दर्ज कराने से व्यथित होकर आत्महत्या कर ली थी। सोशल मीडिया पर डॉ अर्चना का सुसाइड नोट तेजी से वायरल हुआ है।
सुसाइड नोट में डॉ अर्चना ने लिखा
“मैं मेरे पति मेरे बच्चों से बहुत प्यार करती हूं कृपया मेरे मरने के बाद इन्हें परेशान नहीं करना मैंने कोई गलती नहीं की किसी को नहीं मारा पीपीएच एक नोन कॉम्प्लिकेशन है इसके लिए डॉक्टर को इतना प्रताड़ित करना बंद करो मेरा मरना शायद मेरी बेगुनाही साबित कर दे। डोंट हैरेस इनोसेंट डॉक्टर्स प्लीज लव यू प्लीज मेरे बच्चों को मां की कमी महसूस नहीं होने देना”
अशोक गहलोत का ट्वीट
आत्महत्या के मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके कहा है कि यह घटना बेहद दुखद है हम सभी डॉक्टरों को भगवान का दर्जा देते हैं हर डॉक्टर मरीज की जान बचाने के लिए अपना पूरा प्रयास करता है परंतु कोई भी दुर्भाग्यपूर्ण घटना होते ही डॉक्टर पर आरोप लगाना न्यायोचित नहीं है अगर इस तरह डॉक्टरों को डराया जाएगा तो वे निश्चिंत होकर अपना काम कैसे कर पाएंगे। हम सभी को सोचना चाहिए कि कोविड महामारी या अन्य दूसरी बीमारियों के समय अपनी जान का खतरा मोल लेकर सभी की सेवा करने वाले डॉक्टरों से ऐसा बर्ताव कैसे किया जा सकता है। इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है एवं दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
दूसरी ओर राजस्थान में इस घटना के विरोध में लगातार प्रदर्शन हो रहा है दौसा में मेडिकल दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखीं सरकारी डॉक्टरों ने भी 2 घंटे कार्य बहिष्कार किया। चिकित्सक बिरादरी के अलावा आम लोग भी सड़कों पर उतरे। जयपुर में भी चिकित्सकों ने विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने भी कहा कि यह प्रशासन की लापरवाही है, कार्रवाई होगी।
इस बीच राजस्थान की इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए डॉ अर्चना की आत्महत्या को लेकर एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। आज जयपुर की सड़कों पर प्राइवेट सेक्टर, कॉरपोरेट सेक्टर, सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजेस के लगभग 1000 डॉक्टरों ने सड़कों पर उतर कर विरोध दर्ज कराया है। राजस्थान आईएमए ने कहा है कि रैली और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। जब तक कि दोषियों को सजा नहीं मिल जाती है और साथ ही चिकित्सकों को समुचित सुरक्षा प्रदान नहीं की जाती है तब तक हम शांत नहीं बैठेंगे।