वरिष्ठ नागरिक को 30 हजार रुपये की अतिरिक्त चिकित्सा बीमा सुविधा उपलब्ध होगी
लखनऊ. प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 1000 निजी चिकित्सालय एवं 800 सरकारी चिकित्सालय अनुबंध हेतु चिन्हित किये गये हैं। इस योजना के अन्तर्गत लगभग 1800 बीमारियों के पैकेज उपलब्ध होंगे, इसमें 30 हजार रुपये से अधिक मूल्य के 516 पैकेज शामिल है।
श्री सिंह ने आज यहां राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के क्रियान्वयन हेतु विकसित किये गये साफ्टवेयर आधारित नूतन प्रयोग (इनोवेशन) से सम्बन्धित कार्यशाला को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत फ्लोटर के आधार पर उपलब्ध 30 हजार रुपये कीे निःशुल्क चिकित्सा बीमा सुविधा के अलावा चयनित परिवारों के प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक को 30 हजार रुपये की अतिरिक्त चिकित्सा बीमा सुविधा उपलब्ध होगी। इसमें वरिष्ठ नागरिक हेतु वृद्धावस्था की बीमारियों से संबंधित विशेष मेडिकल/सर्जिकल पैकेज भी सम्मिलित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति को बेहतर एवं निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ मिले, इसके राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
कार्यशाला में मुख्य रूप से योजना के समस्त स्टेक होल्डर्स के कार्य एवं दायित्वों, साचीज द्वारा विकसित किये गये विभिन्न मोबाइल ऐप के माध्यम से योजना की गतिविधियों की रियल टाइम माॅनीटरिंग, लाभार्थियों को उपलब्ध करायी जाने वाली अतिरिक्त सुविधाएं एवं चिकित्सकों के समयान्तर्गत क्लेम स्टेलमेन्ट आदि से सम्बन्धित बिन्दुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। काॅल सेन्टर के माध्यम से लाभार्थियों की चिकित्सालय में भर्ती के दौरान एवं डिसचार्ज के उपरान्त वेलनेस चेक की सुविधा का भी उल्लेख किया गया। लाभार्थी मोबाइल ऐप के माध्यम से कैसे अपने स्मार्ट कार्ड में बैलेन्स धनराशि, परिवार के नामांकित सदस्य, अनुबंधित चिकित्सालयों की सूची आदि प्राप्त कर सकते हैं, इस पर भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी है।
लाभार्थियों हेतु मोबाइल ऐप के अतिरिक्त साचीज द्वारा सोशल आॅडिटर ऐप, इण्टर्न ऐप, एफ0के0ओ0 ऐप तथा डिस्ट्रिक्ट कोआर्डिनेटर ऐप भी विकसित किये गये हैं, जिनकी सहायता से योजना की विभिन्न गतिविधियों की रियल टाइम माॅनीटरिंग एवं गुणवत्तापूर्ण संचालन सुनिश्चित किया जा सके। कार्यशाला में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशान्त त्रिवेदी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना आलोक कुमार मित्रा सहित इन्शोनेस कम्पनियों एवं टीपीए के प्रतिनिधियों के साथ ही स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के प्रतिनिधि मौजूद थे।