-केजीएमयू के पैरामेडिकल विज्ञान संकाय में आयोजित हुआ प्रथम एलुमिनी सेशन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जाॅर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पैरामेडिकल विज्ञान संकाय द्वारा पैरामेडिकल छात्रों के करियर के अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए आज 10 अगस्त को प्रथम एलुमिनी सेशन-2024 का आयोजन एलुमिनी सेल द्वारा किया गया, जिसमें पैरामेडिकल विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डाॅ0 अनिल निश्चल मुख्य अतिथि एवं सहायक अधिष्ठाता डाॅ0 अतिन सिंघई, डाॅ0 अनित परिहार एवं डाॅ0 गीतिका नन्दा सिंह उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की पूजा के साथ करते हुए सहायक अधिष्ठाता डाॅ0 अतिन सिंघई ने स्वागत भाषण दिया जिसमें उन्होंने निरंतरता, अनुशासन और ध्यान केन्द्रित को जीवन में शामिल करने के लिए कहा। साथ ही उन्होनें ‘करत-करत अभ्यास के, जड़मति होत सुजान। रसरी आवत जात ते, सिल पर परत निशान’ का सन्दर्भ देते हुए अपनी विचारों को छात्रों के मध्य साझा किया। उन्होंने पूर्व छात्रों से प्रेरणा लेने के लिए भी कहा और कहा कि आज वो अपने जीवन में सफल है और आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ अपने जीवन में निरंतरता, अनुशासन और ध्यान केन्द्रित रखा।
किंग जाॅर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के पैरामेडिकल विज्ञान संकाय के पूर्व छात्रों में राघवेंद्र शर्मा, इंचार्ज एवं वरिष्ठ ओटी और एनेस्थिसियोलाॅजी टेक्नोलाॅजिस्ट, कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान, लखनऊ में कार्यरत हैं। उन्होंने छात्रों को अपने पाठ्यक्रम का पूरा लाभ उठाने और रोजाना नई चीजें सीखने और सुधार करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे अपने पाठ्यक्रम के बाद रुकें नहीं, उन्हें अपने कौशल और शिक्षा का उन्नयन जारी रखना चाहिए।
कार्यक्रम में सूर्यकांतम त्रिपाठी, सेनेटरी इंस्पेक्टर, डाॅ राम मनोहर लोहिया, लखनऊ, प्रीति मौर्या, रेडियो टेक्नोलाॅजिस्ट, एसजीपीजीआई एवं मिस ज्योतिमा मौर्या, सब इंस्पेक्टर रेडियोग्राफर, गोरखपुर ने छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि हमें अपने पाठ्यक्रम से सम्बन्धित कौशल को बढ़ाते रहना चाहिए।
पूर्व छात्रों ने पैरामेडिकल विज्ञान संकाय में उपस्थित विद्यार्थियों के प्रश्नों और शंकाओं का निवारण करते हुए स्पष्ट किया कि सुदृढ़ कौशल के साथ विकास के नये-नये अवसर प्राप्त होते रहते हैं। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन वीनू दुबे द्वारा दिया गया एवं कार्यक्रम का सफल संचालन मंजरी शुक्ला, शिवांगी श्रीवास्तव, शिवानी श्रीवास्तव द्वारा किया गया एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में पैरामेडिकल विज्ञान संकाय के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।