-स्कूल बंद न हो जायें, इसलिए कोरोना जांच कराने से कतरा रहे जिम्मेदार लोग
-बीकेटी में स्वास्थ्य विभाग की टीमें कर रहीं सार्वजनिक स्थलों पर जांच, स्कूलों से नहीं मिल रहा सहयोग
तिलकराज
बख्शी का तालाब, लखनऊ। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कहर से बंद चल रहे स्कूल पिछले दिनों खुल चुके हैं, लेकिन स्कूल वाले लोग स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे विशेष जांच अभियान के तहत जांच कराने से कतरा रहे हैं, इसके पीछे का कारण है कि अगर कोई बच्चा पॉजिटिव निकल आया तो स्कूल बंद कर दिया जायेगा। पिछले दिनों एक इंटर कॉलेज में दो छात्र पॉजिटिव निकले थे जिसके बाद स्कूल को बंद कर दिया गया था। जांच में सहयोग न देने के रवैये के चलते वहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक चिंतित हैं कि कहीं उनका बच्चा संक्रमण की चपेट में न आ जाये। ज्ञात हो लम्बे समय तक बंद रहने के बाद पढ़ाई के लिए स्कूल खुल चुके हैं।
इस बारे में बख्शी का तालाब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ जेपी सिंह ने बताया कि क्षेत्र के 27 विद्यालयों में बीती 29, 30, 31 अक्टूबर को जांच कराई गई थी जिसमें क्षेत्र के कुम्हरावां इंटर कॉलेज में दो छात्रों को कोरोनावायरस पाज़िटिव निकला था, जिससे हड़कंप मच गया था जिसके कारण विद्यालय बंद करवाना पड़ा।
उन्होंने बताया कि स्कूलों में कोरोनावायरस की जांच कराने को लेकर प्रधानाचार्य असहज महसूस करते हैं क्योंकि जांच में यदि कोई कोरोनावायरस पॉजिटिव आता है तो विद्यालय बंद करना पड़ता है। वहीं जांच के दौरान दिए जाने वाले मोबाइल फोन नंबर गलत दिए जाते हैं। जिससे उनको सूचना देने तथा उनकी मौजूदगी कहां है, नहीं पता चल पाती है जो कि दूसरे लोगों के लिए घातक हो सकता है।
दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बीकेटी क्षेत्र में स्थित सभी कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में कोरोनावायरस की जांच का व्यापक अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें दुकानदारों-कर्मचारियों को, जो कि जनता के संपर्क में रहते हैं, उनकी जांच कराई जा रही है, ताकि एक भी कोरोनावायरस पॉजिटिव न छूटे। क्षेत्र में रोज़ाना लगभग 150 लोगों की एंटीजन और आर टी पी सी आर जांच कराई जा रही हैं। डॉ जे पी सिंह ने बताया कि क्षेत्र में कोरोनावायरस के पाज़िटिव की संख्या कम होती जा रही है फिर भी रोजाना जांच में 2 से 3 ही पाज़िटिव मरीज़ मिल रहे हैं। मौसम के बदलाव से कोरोनावायरस के मरीजों के बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। जैसा कि विदेशों पाया गया है, लिहाजा जांच में ढिलाई नहीं है ताकि जांच कर जनता को सुरक्षित रखा जा सके तथा सावधानी के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा हो।
डॉ सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस की जांच के लिए जनता को स्वयं जागरूक होना चाहिए। उन्होंने बताया कि बीकेटी में दो जांच की टीमें बनाई गई हैं, जो आर टी पी सी आर और एंटीजन के द्वारा जांच कर रही हैं। आज बीकेटी थाना के पास स्थित रावत काम्प्लेक्स में लैब असिस्टेंट मुकेश कुमार, कुलदीप तथा प्रभाकर सिंह की टीम द्वारा दो दर्जन लोगों की जांच की गई।