स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मौलाना की मुस्लिम समुदाय से अपील
लखनऊ. मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुस्लिम समुदाय से अपील की है कि आजकल स्वाइन फ्लू का जोर चल रहा है, चूँकि यह संक्रामक रोग है इसलिए इससे बचने के लिए यह जरूरी है कि बकरीद की नमाज के बाद आप लोग न तो गले मिलें और न ही एक-दूसरे से हाथ मिलाएं. ऐसा करना जरूरी नहीं है और इससे धर्म का अपमान नहीं होगा.
आज यहाँ ईदगाह में अन्य मस्जिदों के इमामों और अन्य बुद्धिजीवियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मौलाना ने कहा कि बकरीद पर गले मिलना जरूरी नहीं है. यह रिवाज ईद की जरूरी रस्मों में शामिल नहीं है, यह रवायत बाद में शुरू हुई है. उन्होंने कहा कि अगर हम लोग एक दूसरे को दिल से मुबारकबाद दें तो तथा दुआओं का आदान-प्रदान करें तो स्वाइन फ्लू जैसी संक्रामक बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है.
उहोने यह भी कहा कि जिनको तकलीफ है वे घर पर ही नमाज अता कर लें. बैठक में यह भी अपील की गयी कि इस सन्देश को अन्य जिलों जैसे मेरठ आदि जहाँ स्वाइन फ्लू का ज्यादा प्रकोप है वहां जरूर पहुंचाया जाय.
बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एसके रावत ने अपील की थी कि स्वाइन फ्लू जैसी घातक बीमारी रोगी के हाथ मिलाने से भी फैलती है. ऐसे में अगर बकरीद पर इसका ध्यान रखा जाय तो बेहतर होगा.
मौलाना ने कहा कि हम सभी इमाम जनता से शुक्रवार की नमाज के मौके पर यह दरख्वास्त करेंगे कि बकरीद के मौके पर न तो हाथ मिलाएं और न ही गले मिलें. एक-दूसरे को दिल से मुबारकबाद देकर दुआओं का आदान-प्रदान करें.