लखनऊ। एक समय था जब गंजापन यानी बाल गिरना बढ़ती उम्र पर ही आता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है, अब नवजवान और किशोरों के भी बाल गिरने लगे हैं। असमय गंजापन आने से यूथ परेशान हैं। खान-पान और बदलती जीवनशैली के कारण बाल झडऩे से महिला और पुरुष दोनों ही गंजेपन का शिकार हो रहे हैं। हालांकि गंजापन से निपटने के लिए कई वैज्ञानिक तरीके जैसे हेयर ट्रांसप्लांटेशन, स्टेम सेल तकनीक, लेजर ट्रीटमेंट और हेयर वीविंग आ गए हैं लेकिन कुछ प्राकृतिक वस्तुओं का इस्तेमाल करके बालों को गिरने से रोका जा सकता है। इस बारे में सेहत टाइम्स ने वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ देवेश श्रीवास्तव से बात की। उन्होंने कहा कि कई ऐसे उपाय हैं जिनसे बालों का गिरना रोका जा सकता है खासकर कम उम्र के लोग अगर इसे इस्तेमाल करें तो उन्हें अच्छा खासा लाभ मिल सकता है।
मेथी और दही का पेस्ट
डॉ देवेश ने बताया कि गंजेपन के उपचार में मेथी बहुत फायदेमंद साबित होती है। उन्होंने बताया कि मेथी को एक रात पानी में भिगोने के बाद इसे दही में मिलाकर पेस्ट तैयार कर लीजिए। मेथी और दही के पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाइए। इसे करीब एक घंटे तक लगा रहने दें। ऐसा करने से बालों की जड़ों में मौजूद रूसी कम होगी और सिर की त्वचा में नमी आएगी। मेथी में निकोटिनिक एसिड और प्रोटीन पाया जाता है जो बालों की जड़ों में पोषण पहुंचाने के साथ ही बालों की ग्रोथ को भी बढ़ाता है।
उड़द की दाल का पेस्ट भी है लाभदायक
उड़द की बिना छिलके वाली दाल को उबाल कर पीस लीजिए। रात को सोने से पहले इस लेप को बालों की जड़ों में लगाइए। ऐसा लगातर कुछ दिनों तक करने से बाल दोबारा उगने लगते हैं और गंजापन कम हो जाता है।
मुलेठी, दूध और केसर
उन्होंने बताया कि मुलेठी को पीसकर इसमें थोड़ी मात्रा में दूध और केसर मिलाकर पेस्ट तैयार कर लीजिए। तैयार किए गए पेस्ट को रात को सोने से पहले सिर में लगा लीजिए। सुबह उठकर बालों में हल्का शैम्पू कर लें। ऐसा करने से धीरे-धीरे गंजापन दूर हो जायेगा।
हरा धनिया भी है फायदेमंद
हरे धनिये का पेस्ट बनाकर सिर के उस हिस्से में लगाइए जहां से आपके बाल उड़ गए हैं। ऐसा लगातार एक महीने तक करने से उड़े हुए बाल फिर से उगने शुरू हो जाएंगे।
केला और नींबू
एक केले के गूदे में नींबू के रस को अच्छे से मैश कर लें। इस पेस्ट को सिर पर लगाने से बालों के झडऩे की समस्या कम होती है। ऐसा करने से उड़े हुए बाल फिर से जमने लगते हैं।
प्याज की भी अहम भूमिका
बड़ी प्याज लेकर उसके दो हिस्से कर लीजिए। सिर के जिस हिस्से से बाल उड़ गये हैं, वहां पर आधे प्याज को 5 मिनट तक रगड़ें। ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से बाल झडऩे बंद हो जाएंगे। साथ ही बाल फिर से उगने लगेंगे।
डॉ देवेश ने बताया कि इसी प्रकार रसोई में मौजूद छोटी काले रंग की कलौंजी बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
कलौंजी से होता है अचूक इलाज
पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण कलौंजी का इस्तेमाल अचार, सब्जी व दाल बनाने में करते हैं। कलौंजी में फैट, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फाइबर, मैग्नीशियम व जिंक जैसे पोषक तत्व बहुत अधिक मात्रा में पाये जाते हैं। इसके अलावा यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भी होता है। गंजेपन से बचने के लिए आप इसका तेल बनाकर इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए कलौंजी का तेल बनाने की विधि के बारे में जानें।
क्या-क्या सामग्री लें
कलौंजी – 100 ग्राम, पानी – 3-4 लीटर
तेल बनाने का तरीका
सबसे पहले कलौंजी लेकर उसे पीस लें। फिर एक बाउल में पानी लेकर उसमें पिसी हुई कलौंजी मिलाकर उबलने के लिए रख दें। गैस की आंच थोड़ी धीमी कर दें और तब तक पकने दें, जब तक पानी आधा न रह जाए।
आप देखेंगे कि तेल पानी के ऊपर आ गया है। अब पानी को गैस से उतार कर कर ठंडा होने के लिए रख दें। अब पानी के ऊपर आ गये तेल को किसी बाउल में इकट्ठा कर लें। आपका तेल तैयार हो गया है, इसे छानकर एक शीशी में भर लें।
इस्तेमाल का तरीका
डॉ देवेश ने बताया कि सबसे पहले नींबू के रस से अपने बालों की जड़ों में 20-25 मिनट तक मालिश करें। मालिश के बाद मसाज करने के दस मिनट बाद सिर को धो लें। बालों के सूखने के बाद अपने बालों में कलौंजी का तेल लगाकर 15-20 मिनट तक मसाज करें। इस उपाय को नियमित रूप से करने से आपको कुछ ही दिन में फर्क महसूस होने लगेगा।