केजीएमयू में नये प्रवेश लेने वाले छात्रों के लिए आयोजित किया गया समारोह
लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय केजीएमयू के कुलपति डॉ एमएलबी भट्ट ने नया प्रवेश लेने वाले मेडिकल छात्रों को आज नैतिकता का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि दुनिया मे किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम जरूरी है।
एमबीबीएस और बीडीएस सत्र के शुभारम्भ के अवसर पर चिविवि में आयोजित एक समारोह में कुलपति ने कहा कि आप का सेलेक्शन इस महान गौरवशाली विश्वविद्यालय में हुआ यह आपके लिए और अपके परिवार के लिए बहुत ही गर्व की बात है। आपने जो ये सफलता प्राप्त की है इसमे आप के कठिन परिश्रम और परिवार का बहुत योगदान है।
डॉक्टर्स के लिए बना हुआ है कोड ऑफ़ कंडक्ट के अलावा कोड ऑफ़ बिहैवियरल पैटर्न
उन्होंने छात्रों को अनुशासित रहने की सलाह देते हुए कहा कि डॉक्टर्स के लिए कोड ऑफ़ कंडक्ट के अलावा कोड ऑफ़ बिहैवियरल पैटर्न बना हुआ है जिसमें आपको बहुत ही अनुशासित रहना है। छात्रावासों मे रहते हुये आप को अनुशासित रहना होगा और कठिन परिश्रम कर इस विश्वविद्यालय के गौरवशाली इतिहास को और आगे ऊंचाइयों की तरफ ले जाना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रोफेशनल कोर्सेस की ट्रेनिंग थोड़ी कठिन होती है। आपको अपने शिक्षकों के साथ-साथ अपने निकट के वरिष्ठ छात्रों का भी आदर और सम्मान करना होगा। इस वर्ष प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के हॉस्टल को अलग कर दिया गया है। इस संस्थान का 100 वर्ष से ज्यादा गौरवशाली इतिहास रहा है। विश्वविद्यालय में रैगिंग को रोकने के लिए एंटी रैगिंग स्क्वॉयड कमेटी, प्रॉक्टोरियल बोर्ड, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, अधिष्ठाता चिकित्सा संकाय एवं अधिष्ठाता दंत संकाय है इसके अलावा आप के साथ किसी प्रकार की रैगिंग होती है तो आप लोग कुलपति कार्यालय में भी उसकी शिकायत कर सकते है।
इस अवसर पर अधिष्ठाता चिकित्सा संकाय प्रो0 विनीता दास ने कहा कि वर्तमान में यह संस्थान भारत का चौथा बेस्ट मेडिकल एजुकेशन संस्थान है। वर्तमान में संस्थान द्वारा कई देश विदेश के चिकित्सा षिक्षा संस्थानो के साथ स्टूडेण्ट एक्सचैंज प्रोग्राम के लिए आपसी समझौता हुआ है। कार्यक्रम में अधिष्ठाता दंत संकाय प्रो0 शादाब मोहम्मद ने विद्यार्थियों को अनुशासित रहने और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की । कुलानुशासक प्रो0 आरएएस कुशवाहा ने कहा कि आप लोग यह ध्यान रखें कि अपने कक्षाएं जरूर अटैंड करें क्योंकि कक्षाओं में 85 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है।