-शिकायत के तीन सप्ताह बाद भी स्वास्थ्य महानिदेशालय से संशोधन को लेकर कोई निर्देश नहीं
सेहत टाइम्स
लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग में पिछले दिनों हुए तबादलों को लेकर दिक्कतें बनी हुई हैं, इसी क्रम में नर्सिंग संवर्ग का स्थानांतरण समूह ग के अंतर्गत मानते हुए कर दिया गया, यही नहीं इस बारे में महानिदेशालय पर तीन सप्ताह पूर्व ही सूचित किये जाने के बाद अब भी इसे दुरुस्त नहीं किया गया है।
राजकीय नर्सेज संघ उत्तर प्रदेश के महामंत्री अशोक कुमार ने बताया कि चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग में कुछ जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा नर्सिंग संवर्ग का स्थानांतरण समूह ग मानकर कर दिया था, जबकि नर्सिंग संवर्ग समूह ख के अन्तर्गत आता है। उन्होंने बताया कि जब कुछ जनपदों में जानकारी मिली कि ये स्थानांतरण गलत तरीके से किये गये हैं तो कई जनपदों में सीएमओ द्वारा कैंसिल कर दिया गया परन्तु बहुत खेद का विषय है कि महानिदेशक को भी 2 जुलाई को ही पत्र द्वारा अवगत कराया गया परन्तु कोई भी निर्देश अभी तक महानिदेशालय स्तर से जारी न होने के कारण कई जनपदों में अभी तक सीएमओ द्वारा स्थानांतरण निरस्त नहीं किया गया है।
उन्होंने बताया कि अम्बेडकर नगर, उन्नाव, हमीरपुर, बलिया कानपुर देहात ने अपने स्तर से आदेश निरस्त कर दिया हरदोई में उच्च न्यायालय के आदेश पर स्थगित किया गया वो भी केवल 3 लोगों का बाकी लोगों का हरदोई में स्थगित नहीं किया गया, जबकि प्रयागराज, अमेठी, आजमगढ़, कौशांबी, कासगंज, गाजीपुर, गाजियाबाद इत्यादि जनपदों में अभी तक सीएमओ द्वारा स्थानांतरण निरस्त नहीं किया गया जिससे आदेश की प्रत्याशा में नर्सेज को काफी दिक्कत हो रही है और आमजन को भी नर्सिंग सेवाओं से वंचित होना पड़ रहा है। इस सम्बन्ध में महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य को पुनः निवेदन किया गया है परन्तु कार्यवाही नहीं हुई जिससे नर्सिंग संवर्ग में काफी रोष व्याप्त हो रहा है अगर यही स्थिति रही तो अतिशीघ्र बाध्य होकर किसी भी समय आन्दोलनात्मक कार्यवाही हेतु बाध्य होना पड़ सकता है।