बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मौत के मामले में गिरफ्तार हुए थे डॉ कफील
लखनऊ। बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के इंसेफ्लाइटिस वार्ड के नोडल अधिकारी रह चुके डॉ कफील खान के कार्यकाल से सम्बन्धित कुछ पत्रावलियों को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। डॉ कफील खान को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने अपनी कार्यवाही तेज कर दी है, ऑक्सीजन की कमी के चलते बीती 10-11 अगस्त को हुईं बच्चों की मौत की घटना के को लेकर डॉ कफील के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए पुलिस की पड़ताल तेज हो गयी है।
बताते चलें कि डॉ कफील और निलंबित प्रिंसिपल डॉ राजीव मिश्र की पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ल का मेडिकल कॉलेज में होने वाली परचेजिंग और प्रबंधन में खासा हस्तक्षेप था। सीओ कैंट की अगुवाई में अस्पताल पहुंची पुलिस टीम नोडल अफसर के कमरे में रखी उनकी अलमारी से पत्रावलियों को इकट्ठा कर अपने साथ ले गयी है। अलमारी से फाइल निकालते समय वहां अन्य चिकित्सक भी मौजूद थे।
पुलिस की मौजूदगी से अस्पताल में हडक़म्प मच गया था। कुछ डॉक्टर तो पुलिस की कार्रवाई शुरू होतेे ही वहां से खिसक लिये जबकि कुछ मौजूद रहे। वहां मौजूद कर्मचारियों से भी पुलिस ने पूछताछ की है। इसके अलावा वहां के चिकित्सकों से भी पुलिस ने अकेले में बात की।
ज्ञात हो मुख्य सचिव की जांच रिपोर्ट में दोषी पाये गये नौ लोगों के खिलाफ 23 अगस्त को पुलिस में मुकदमा लिखाया गया था। उसके बाद से पहले कानपुर से डॉ राजीव व उनकी पत्नी डॉ पूर्णिमा शुक्ला को गिरफ्तार किया गया तथा बाद में डॉ कफील खान को गोरखपुर से दबोचा गया। बाकी छह अभियुक्त अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
पत्रावली कब्जे में लेने की खबर के बारे में जब सीओ कैंट से बात की गयी तो उन्होंने स्वीकार किया कि हां पत्रावलियां लायी गयी हैं। उन्होंने बाकी विवरण देने से इनकार कर दिया और कहा कि अभी पत्रावलियों की पड़ताल की जा रही है।