एक साल पहले भी किया था आत्महत्या का प्रयास
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के बेटे ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. लालजी वर्मा के बेटे विकास वर्मा को घायल अवस्था में आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर किया, लेकिन ट्रॉमा सेंटर ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। ज्ञात हो विकास वर्मा ने एक साल पहले भी आत्महत्या का प्रयास किया था, लेकिन उसे तब बचा लिया गया था।
आपको बता दें कि लालजी वर्मा बहुजन समाज पार्टी विधानमंडल दल के नेता हैं। इस हादसे के बाद बीएसपी चीफ मायावती भी उनसे मिलने उनके आवास पर गईं। बताया जा रहा है कि उनका बेटा विकास वर्मा (40) बीमारी को लेकर परेशान रहता था। बुधवार की सुबह लखनऊ के गोमती नगर स्थित आवास पर विकास ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मार ली।
गोली की आवाज सुनकर घर में मौजूद लोग पहुंचे तो वह लहूलुहान जमीन पर पड़ा था। उसे नजदीकी अस्पताल इलाज के लिए ले जाया गया। वहां डॉक्टर्स ने उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। मना जा रहा है कि रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. इस बारे में ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी प्रो. संदीप तिवारी ने बताया कि विकास को जब ट्रॉमा सेंटर लाया गया तब तक मौत हो चुकी थी. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामला आत्महत्या का बताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि 11 मार्च 2017 को कटेहरी विधानसभा से चुनाव जीतने के बाद से लालजी वर्मा के घर लोगों का बधाइयां देने के लिए तांता लगा हुआ था। दूसरे दिन 12 मार्च की सुबह भी लोग बधाई देने पहुंचे थे। उसी दौरान उन्हें सूचना मिली की थी कि विकास ने अकबरपुर थाना क्षेत्र स्थित घर में खुद को गोली मार ली। उस वक्त विकास का इलाज ट्रॉमा सेंटर में चला था, लेकिन तब उसकी जान बचा ली गयी थी।
पिछले साल जब विकास ने आत्महत्या का प्रयास किया था तो उससे पहले उसने फेसबुक पर पोस्ट डाली थी। उसने लिखा था कि अपनी बीमारी की वजह से हो रही परेशानी के कारण वह तंग हो गया है। अब उसकी जीने की इच्छा नहीं है। विकास ने अपने बच्चों की देखभाल और पढ़ाई के लिए आमने माता-पिता से अनुरोध भी किया था। विकास ने अपनी मौत के बाद परिवार को सांत्वना देने की बात करते हुए कहा कि जो इस संसार में आया है, एक दिन जाता है।