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ऋषि साहित्य में है मानवीय मूल्य-व्यावसायिक नैतिकता की शिक्षा भी

वांग्‍मय साहित्‍य स्‍थापना अभियान का 313वां सेट एककेडी एकेडमी में स्‍थापित

लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत स्‍थापित किये जा रहे वांग्‍मय साहित्‍य के क्रम में 313वां सेट एस.के.डी. एकेडमी वृन्दावन योजना लखनऊ के केन्दीय पुस्तकालय में स्‍थापित किया गया। गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं0 श्री राम शर्मा आचार्य द्वारा रचित यह सम्पूर्ण 78 खण्डों का वांड़मय साहित्य है।

 

यह जानकारी देते हुए अभियान के मुख्‍य संयोजक उमानंद शर्मा ने बताया कि यह वांग्‍मय साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, गायत्री ज्ञान मंदिर इन्दिरा नगर के सक्रिय कार्यकर्ता हरिश्चन्द्र यादव ने अपने पिता तिलकधारी यादव की स्मृति में संस्थान के पुस्तकालय में भेंट किया।

उमानन्द शर्मा ने सभी छात्र-छात्राओं को युग निर्माण पत्रिका एवं शिक्षक/शिक्षिकाओं को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की। इस अवसर पर वांग्‍मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा वांग्‍मय साहित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मानवीय मूल्य, व्यावसायिक नैतिकता की शिक्षा को ऋषि साहित्य प्रदान करता है। ज्ञान यज्ञ युग धर्म इसमें सभी को भागीदारी करने का प्रयास करना चाहिए।

डॉ. नरेन्द्र देव ने विचार रखते हुए निरोगी जीवन के जीने के सूत्र उपस्थित लोगों को दिया, केके भरद्वाज उप जोन प्रभारी गायत्री परिवार लखनऊ ने ज्ञान यज्ञ के विषय पर ऋषि संदेश दिया। संस्था के निदेशक मनीष सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

 

इस अवसर पर वांग्‍मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा,  डॉ. नरेन्द्र देव,  उप जोन प्रभारी लखनऊ केके भारद्वाज, चेयरमैन जीएसटी ग्लोबल स्कूल रायबरेली मनोज त्रिपाठी,  अनिल भटनागर,  हरीशचन्द्र यादव संस्थान के निदेशक मनीष सिंह, प्रधानाचार्य निशा सिंह,  समस्त शिक्षक-शिक्षिका सहित अन्य संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्रायें मौजूद थे।