-केजीएमयू एनेस्थीसिया विभाग में राष्ट्रीय स्तर की पीजी क्विज का हुआ आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। तकनीक और चिकित्सा क्षेत्र में आ रही क्रांतिकारी बढ़त की जानकारी को आसानी से प्राप्त करने में क्विज की एक अहम भूमिका हो सकती है। ऐसे में क्विज के माध्यम से जूनियर डॉक्टर कम समय में नयी तकनीक और चिकित्सा क्षेत्र में आ रही क्रांतिकारी बढ़त को अपना सकते हैं।
यह बात अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रथम कुलपति डॉ एके सिंह ने रविवार को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के एनेस्थीसिया क्रिटिकल केयर विभाग द्वारा आयोजित चौथी राष्ट्रीय स्तर की पोस्ट ग्रेजुएट क्विज के मौके पर अपने सम्बोधन में कही। एनेस्थीसिया विभाग के एडिशनल प्रोफेसर एवं क्विज के संयोजक डॉ तन्मय तिवारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केजीएमयू एनेस्थीसिया विभाग के इस वार्षिक आयोजन में इस बार संपूर्ण भारत से 75 प्रतिभागियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस क्विज में इस वर्ष 7 से ज़्यादा प्रदेश से आये हुए छात्रों जैसे एम्स नई दिल्ली, पीजीआई चंडीगढ़, एम्स जोधपुर, एम्स ऋषिकेश, एम्स भोपाल, संजय गांधी पीजीआई, राम मनोहर लोहिया संस्थान, एलएलआरएम मेरठ, मोतीलालनेहरू इलाहाबाद, केजीएमयू आदि चिकित्सा संस्थानों से एनेस्थीसिया परास्नातक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
डॉ एके सिंह ने विभिन्न कॉलेज से आये हुए प्रतिभागियों को प्रतियोगिता मे अपना सर्वोत्तम योगदान देने के लिए प्रेरित किया। विभागाध्यक्ष डॉ जीपी सिंह ने एनेस्थीसिया विभाग द्वारा रेसिडेंट डॉक्टरों की पढ़ाई में नये माध्यम से दी जा रही ट्रेनिंग को समय की ज़रूरत बताया।
क्विज प्रतियोगिता में एम्स नई दिल्ली के डॉ गुरुदर्शन और विवेकानंद पॉलिक्लीनिक लखनऊ की डॉ अंजलि विजेता रहे, द्वितीय स्थान डॉ सुमन्थ (पीजीआई चंडीगढ़) और डॉ प्रतिभा (एसजीपीजीआई) एवं तृतीय स्थान डॉ बिनायक (एम्स भोपाल) और डॉ सूर्यवंशी (एम्स नई दिल्ली) ने प्राप्त किया।
इस कार्यक्रम में डॉ एसएस नाथ, डॉ चेतना, डॉ प्रेम, डॉ अभ्युदय, डॉ करण ने क्विज मास्टर की भूमिका को पूर्ण किया। डॉ मोनिका कोहली, डॉ दिनेश कौशल, डॉ विनीता सिंह, डॉ परवेज़ डॉ विपिन डॉ अपर्णा शुक्ला आदि उपस्थित रहे।