-चतुर्थ गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा का उद्घाटन किया योगी आदित्यनाथ ने
-मुख्यमंत्री ने की नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशनऔर सहयोगी संस्थाओं की सराहना
सेहत टाइम्स
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आदिवासी गांवों में 280 शिविर का आयोजन 750 से अधिक डॉक्टर और मेडिकल छात्र कर रहे हैं. इन शिविरों के माध्यम से राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में फैले लोगों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना एक सराहनीय कदम है। इसके लिए मैं नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशनऔर सहयोगी संस्थाओं की बहुत सराहना करता हूँ और शिविर के सफल आयोजन के लिए उन्हें शुभकामनाएं भी देता हूँ।
योगी आदित्यनाथ ने आज 9 फरवरी को अवध प्रांत, गोरख प्रांत एवं गुरु गोरखनाथ सेवा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन (एनएमओ) द्वारा आयोजित “गुरु गोरखनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा” के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वर्चुअल माध्यम से यात्रा की सफलता के लिए आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर तथा महराजगंज जिलों में थारू एवं बनटांगियां जनजातियाँ फैली हुई हैं।
ज्ञात हो कल 8 फरवरी को प्रातः 9 बजे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, परिवहन मंत्री दयाशंकर, मंत्री असीम अरुण, कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद, विधायक अनुराग, विधायक शलभमणि त्रिपाठी, मेडिकल कमीशन बोर्ड के स्थाई सदस्य डॉक्टर विजेंद्र, एनएमओ अखिल भारतीय महासचिव डॉक्टर अश्वनी टंडन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल तथा एनएमओ के बौद्धिक प्रमुख डॉक्टर एमएलबी भट्ट, डॉक्टर संदीप तिवारी, डॉ प्रभात पांडे, डॉ सुमित रूंगटा, डॉक्टर भूपेंद्र, आईजी सशस्त्र सीमा बल संजय रतन ने झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया था।
इस यात्रा में लगभग 40 मेडिकल कॉलेज एवं डेंटल कॉलेज के डॉक्टर एवं चिकित्सा छात्र सीमावर्ती जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिलों के चिकित्सक भी प्रतिभाग कर रहे हैं। इस यात्रा में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, डॉ राम मनोहर लोहिया आईएमएस, बीएचयू एवं प्रदेश के अन्य चिकित्सा संस्थानों के लगभग 750 डॉक्टरों की टीम तीन दिनों में 280 थारू जनजाति गांव में चिकित्सा कैंप आयोजित करेंगे और 11 फरवरी को लखीमपुर खीरी, श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर एवं महाराजगंज जिलों में मेगा कैंप एवं समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। इन कैंप में चिकित्सा परामर्श के अतिरिक्त स्वास्थ्य परीक्षण में ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, एनीमिया, दंत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रबोधन भी किया जाएगा। जिन मरीजों को आगे के इलाज के लिए विशिष्ट चिकित्सा संस्थानों जैसे केजीएमयू, आरएमएलआई, एसजीपीजीआई, बीएचयू, एम्स गोरखपुर, बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर, प्रयागराज, जीएसवीएम कानपुर, बहराइच, सिद्धार्थ नगर, हरदोई, शाहजहांपुर तथा प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेज में निशुल्क इलाज के लिए संदर्भित किया जाएगा।
इस चिकित्सा यात्रा के सफल आयोजन में स्थानीय संघ के स्वयंसेवक एकल अभियान, सीमा जागरण मंच, विद्या भारती, सेवा भारती, आरोग्य भारती, बनवासी कल्याण आश्रम एनएमओ का सहयोग कर रहे हैं। इन जिलों के सीएमओ एवं जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग और सहभागिता हो रही है। इन तीन दिनों में लगभग 1 लाख से अधिक मरीजों को देखे जाने की योजना है।