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संजय गांधी पीजीआई के निदेशक प्रो राकेश कपूर को एलएमए क्रियेटिविटी एंड इनोवेशन अवॉर्ड

चिकित्‍सा के क्षेत्र उल्‍लेखनीय कार्यों के लिए राज्‍यपाल ने किया सम्‍मानित

 

लखनऊ। चिकित्‍सा विज्ञान के क्षेत्र में मील का पत्‍थर रख उल्‍लेखनीय योगदान के लिए संजय गांधी स्‍नातकोत्‍तर आयुर्विज्ञान संस्‍थान (एसजीपीजीआई) के निदेशक प्रो राकेश कपूर को लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के प्रतिष्ठित एलएमए क्रियेटिविटी एंड इनोवेशन अवॉर्ड 2018 से सम्‍मानित किया गया है। प्रो कपूर को एक समारोह में यह पुरस्‍कार आज 27 अक्‍टूबर को उत्‍तर प्रदेश के राज्‍यपाल राम नाईक द्वारा प्रदान किया गया।

एसोसिएशन द्वारा दिये गये डॉ अनूप चन्‍द्र पाण्‍डेय द्वारा हस्‍ताक्षरित प्रशस्ति पत्र में प्रो कपूर की उपलब्धियों का उल्‍लेख किया गया है। इसके अनुसार लखनऊ स्थित केजीएमसी (अब केजीएमयू) के गोल्‍ड मेडलिस्‍ट प्रो राकेश कपूर ने यूरोलॉजी में एमसीएच चंडीगढ़ पीजीआई से किया है। उन्‍होंने लखनऊ के एसजीपीजीआई में असिस्‍टेंट प्रोफेसर के रूप में ज्‍वॉइन करने के बाद रीनल ट्रांसप्‍लांट, फीमेल यूरोलॉजी और रीकंस्‍ट्रक्टिव यूरोलॉजी में अपनी विशेषज्ञता बढ़ायी। इसके बाद यूरोलॉजी के विभागाध्‍यक्ष के रूप में कार्य करते हुए डॉ कपूर ने पीजीआई में देश में गुर्दे प्रत्यारोपण के लिए सबसे बड़ा प्रशिक्षण केंद्र, एक लैप्रोस्कोपिक किडनी प्रत्यारोपण दाता कार्यक्रम और उत्तर भारत में सबसे बड़ा कैडारिक प्रत्यारोपण कार्यक्रम को चलाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभायी।

 

प्रो कपूर ने फीमेल यूरोलॉजी और रीकंस्‍ट्रक्टिव यूरोलॉजी की सब सुपर स्‍पेशियलिटी चिकित्‍सा में अग्रणी भूमिका निभायी, इससे महिलाओं की मूत्ररोग की अनेक समस्‍याएं कम खर्च में सर्जरी की सुविधा से ठीक होने में मदद मिली। इस तरह प्रो कपूर के कार्यों को देश में बहुत प्रशंसा मिली।

 

प्रो कपूर के 230 पेपर राष्‍ट्रीय और अंतरराष्‍ट्रीय जरनल में प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अलावा प्रो कपूर को विभिन्‍न राष्‍ट्रीय एवं अंतरराष्‍ट्रीय फेलोशिप से नवाजा जा चुका है। प्रो कपूर को कई प्रतिष्ठित पुरस्‍कारों से भी सम्‍मानित किया जा चुका है, जिनमें 2009 में विज्ञान रत्‍न अवॉर्ड , 2010 में विज्ञान गौरव सम्‍मान, 2000 में नरगिस दत्‍त फाउंडेशन एवार्ड यूएसए, 2000 में ही अमेरिकन यूरोलॉजी एसोसिएशन अवॉर्ड , हाल ही में 2017 में धन्‍वन्‍तरि रंगभारती सम्‍मान, 2017 का प्रतिष्ठित प्रो बीसी रॉय अवॉर्ड तथा 2018 का यूपी रत्‍न अवॉर्ड शामिल है।