-विश्व फीजियोथैरेपिस्ट दिवस पर केजीएमयू में आयोजित कार्यक्रम में डॉ विनोद जैन ने की सराहना
सेहत टाइम्स ब्यूरो
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के पैरामेडिकल विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता व प्रोफेसर सर्जरी डॉ विनोद जैन ने कोविड काल में उपचार में फीजियोथैरेपिस्ट की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि किसी कार्य को करने के दो स्तर होते है पहला मानसिक स्तर, जिसमें हम कार्य व उसकी क्रियाविधि को समझते हैं तथा दूसरा क्रियात्मक स्तर जिसमें उस कार्य का क्रियान्वयन और अभ्यास किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड 19 के दौरान फीजियोथैरेपिस्ट ने दोनों स्तर पर सराहनीय कार्य किया।
डॉ जैन ने यह बात विश्व फीजियोथेरेपी दिवस के अवसर पर 8 सितम्बर को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आयोजित सतत चिकित्सा शिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में कही। कार्यक्रम का आयोजन फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन विभाग द्वारा किया गया, जिसका विषय‘’पोस्ट कोविड रेस्पिरेट्री एंड रिहैबिलिटेशन’’ रहा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ. अनिल कुमार गुप्ता, विभागाध्यक्ष फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन एवं मुख्य वक्ता डॉ योगेश मंधान, विभागाध्यक्ष फिजियोथेरेपी एंड रिहैबिलिटेशन, अपोलो मेडिक्स अस्पताल लखनऊ रहे।
डॉ0 योगेश मंधान ने सीएमई के आज के विषय ‘’पोस्ट कोविड रेस्पिरेट्री एंड रिहैबिलिटेशन’’पर अपना अनुभव एवं ज्ञान साझा किया। कार्यक्रम का संचालन अचला सिंह, छात्रा, डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी, पैरामेडिकल विज्ञान संकाय एवं कार्यक्रम आयोजन डॉ0 अरविंद कुमार सोनकर, सहायक प्रोफेसर, पी. एम. आर. विभाग एवं विवेक गुप्ता, पैरामेडिकल विज्ञान संकाय के द्वारा किया गया। इस अवसर पर फिजियो तेजवीर सिंह, के.के.चौधरी, रविन्द्र कुमार एवं अन्य छात्र-छात्राए उपस्थित रहे।