-कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में नर्सेज के लिए प्रशिक्षण आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। पुरानी लाइलाज बीमारियों के लिए पैलिएटिव केयर का अभ्यास वर्षों से किया जा रहा है, और अब यह एक नई विशेषता के रूप में उभर रहा है, जो बढ़ते कैंसर और एचआईवी/एड्स, एडवांस हार्ट डिजीज, किडनी डिजीज जैसी अन्य बीमारियों के लिए समय की जरूरत है।
यह बात कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में 23 जुलाई को आयोजित ट्रेनिंग प्रोग्राम फॉर नर्सेज इन कैंसर पेन एंड पैलियेटिव केयर के समारोह के लिए दिये अपने संदेश में संस्थान के निदेशक प्रो आरके धीमन ने कही। उन्होंने कहा कि यह एक टीम वर्क है, योगदान करने के लिए सभी की अपनी भूमिका है। उन्होंने कहा कि नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ हमेशा टीम के महत्वपूर्ण स्तंभ रहे हैं जो मरीजों की देखभाल में शामिल रहे हैं।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव व इंचार्ज पैलिएटिव केयर विभाग डॉ हिमांशु प्रिंस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि निदेशक के संरक्षण में शुरू हुआ यह ट्रेनिंग प्रोग्राम कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के पैलिएटिव केयर विभाग/एनेस्थीसिया विभाग और किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के एनेस्थीसिया विभाग की पेन यूनिट के सहयोग से आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में केजीएमयू के एनेस्थीसिया विभाग के हेड प्रो. जी पी सिंह, कोर्स की सह संरक्षक व कोर्स कोऑर्डीनेटर केजीएमयू के एनेस्थीसिया विभाग की पेन क्लीनिक की इंचार्ज प्रो सरिता सिंह, चीफ कोऑर्डिनेटर तथा कैंसर संस्थान के एनेस्थीसिया विभाग के हेड डॉ मो आसिम की सक्रिय भूमिका रही।
चीफ मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डॉ अनुपम वर्मा ने सभी अतिथि फैकल्टीज का स्वागत किया और कहा कि भविष्य में भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन अपनी सहयोगी संस्थाओं के सहयोग से करते रहेंगे, जिससे मरीजों की बेहतर देखभाल हो सकेगी|
प्रो सबुही कुरैशी, गायनीको-ऑन्कोलॉजी ने बताया इस कार्यक्रम द्वारा प्रशिक्षित होकर नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ रोगियों की बेहतर देखभाल और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम होंगे।
डॉ हिमांशु प्रिंस ने कहा कि इस कार्यक्रम से संस्थान की सभी नर्सेज व पैरामेडिकल स्टाफ लाभान्वित होंगे। प्रोग्राम का फर्स्ट सेशन फ्री रखा गया, जिससे अधिक से अधिक लोग इस प्रोग्राम का हिस्सा बन कर ट्रेनिंग ले सके। उन्होंने बताया कि आगे आने वाले प्रोग्राम के लिए दूसरे संस्थान व अस्पताल की नर्सेज भी रजिस्ट्रेशन करवा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम सत्र में 40 नर्सों के बैच को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि अगले एक माह में तीन और सत्रों का आयोजन किया जायेगा।
डॉ हिमांशु प्रिंस ने बताया कि आज के प्रशिक्षण के लिए डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान से रेडिएशन ऑन्कोलॉजी की डॉ रोहिणी, एनेस्थीसिया की डॉ शिवानी रस्तोगी, कन्जर्वेटिव डेंटिस्ट्री एंड एंडोडोंटिक्स के डॉ रिद्धिम के साथ ही नर्सिंग सुपरिन्टेन्डेन्ट विजि नायर फैकल्टी के रूप में उपस्थित रहे।