-विश्व स्तनपान सप्ताह के मौके पर केजीएमयू में सीएमई का आयोजन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (डॉ.) बिपिन पुरी ने कहा कि नर्सें दुनिया भर में स्तनपान के प्रति माता को जागरूक करने, इसके प्रचार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। क्योंकि प्रसवोपरांत नर्स ही प्रसूता के करीब होती हैं।
कुलपति ने यह बात माँ और नवजात शिशु दोनों के स्वास्थ्य के उद्देश्य से 1 अगस्त से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर आयोजित सतत चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कही। विश्व स्तनपान सप्ताह की इस वर्ष 2023 की थीम है “स्तनपान को सक्षम बनाना: कामकाजी माता-पिता के लिए बदलाव लाना।”
उन्होंने कहा कि नर्सों द्वारा की जाने वाली कुशल स्तनपान सहायता बचपन में संक्रमण और मृत्यु दर को रोकने में मदद करती है, जबकि संज्ञानात्मक विकास को बढ़ावा देती है और मोटापा, मधुमेह और मातृ एवं शिशु कैंसर की दर को कम करती है।
इस अवसर पर बाल रोग विभाग की एचओडी प्रोफेसर शैली अवस्थी मुख्य वक्ता थीं, उन्होंने अपनी प्रस्तुति में स्तनपान प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित किया जिसमें (1) जीवन के पहले घंटे(Golden hour) में स्तनपान की शुरुआत ; (2) पहले छह महीनों तक केवल स्तनपान; और (3) 2 वर्ष और उससे अधिक उम्र तक स्तनपान जारी रखने की बात कही।
इस अवसर पर डीन नर्सिंग प्रोफेसर पुनिता मानिक, सीएमएस प्रोफेसर एसएन संखवार और केजीएमयू कॉलेज ऑफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. रश्मी पी जॉन भी उपस्थित थीं। Continuing Nursing Education कार्यक्रम का आयोजन अनुग्रह चरण और बाल स्वास्थ्य नर्सिंग टीम द्वारा किया गया था। सत्र के दौरान वक्ता डॉ. शालिनी त्रिपाठी, डॉ. माला कुमार और डॉ. एच सी एल रावत (Era College of Nursing) ने विशेषज्ञ के रूप में भाग लिया। कार्यक्रम का समापन थीम पर आधारित नुक्कड़ नाटक के साथ हुआ। विभिन्न कॉलेजों से नर्सिंग तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं सहित कुल मिलाकर 250 नर्सिंग छात्रों ने भाग लिया।