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डॉक्‍टरी की पढ़ाई का मूल्‍यांकन अब ज्ञान व कौशल दोनों के आधार पर

व्‍यावसायिकता और नैतिक व्‍यवहार जैसी विशेषताओं को पहली बार शामिल किया गया है कोर्स में

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो

लखनऊ। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया का स्‍थान लेने वाले नेशनल मेडिकल कमीशन के नये करिकुलम में कॉम्‍पीटेंसी बेस्‍ड मेडिकल एजूकेशन (सीबीएमई) की मुख्य रणनीति अपनायी गयी है। इसके अनुसार शिक्षा देने का उद्देश्‍य चिकित्सकों की अगली पीढ़ी को प्रशिक्षित करने और उनका आकलन करने का है जिसमें परिणामों पर ध्यान केंद्रित किया गया है और ऐसे चिकित्सक बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा है जो समाज की स्वास्थ्य सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति करने का प्रयास करेंगे।

यह बात आज यहां किंग जॉर्ज चिकित्‍सा विश्‍वविद्यालय के कलाम सेंटर में केजीएमयू के मेडिकल एजूकेशन विभाग के तत्‍वावधान में आयोजित व्‍याख्‍यान कार्यक्रम में मुख्य व्याख्यानकर्ता क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, लुधियाना के पूर्व प्रधानाचार्य एवं पीडियाट्रिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 तेजिंदर सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि इस दौरान चिकित्सकों का मूल्यांकन ज्ञान और कौशल दोनों की तर्ज पर होगा और व्यावसायिकता तथा नैतिक व्यवहार जैसी विशेषताओं को पहली बार चिकित्सा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।

व्‍याख्‍यान का आयोजन देश के 11वें राष्ट्रपति एवं भारत रत्न डॉ ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जन्मदिवस के अवसर पर किया गया था। इस व्‍याख्‍यान का विषय “ Competency Based Medical Education- Challenges, Challenges and Challenges” था।

प्रो0 तेजिंदर सिंह ने स्नातक चिकित्सा शिक्षा के लिए नए पाठ्यक्रम में अवधारणाओं पर बोलते हुए श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रो0 तेजिंदर सिंह ने सीबीएमई की सफलता चिकित्सा शिक्षकों की भूमिका के बारे में जानकारी देने के साथ ही प्रशासनिक दृष्टिकोण से उन्होंने संकाय सदस्यों की बढ़ोतरी और उनके और अधिक प्रशिक्षण की आवश्यकता के बारे में बताया।

इस अवसर पर चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट ने प्रो0 तेजिंदर सिंह का आभार व्यक्त किया तथा इसके साथ ही साथ पीडियाट्रिक्स एवं मेडिकल एजुकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 शैली अवस्थी को एमसीआई द्वारा प्रस्तावित केजीएमयू के क्षेत्रीय केंद्र को नोडल सेंटर के रूप में विकसित किए जाने पर बधाई दी।

इस मौके पर प्रो मधुमति गोयल, डीन, मेडिकल फैकेल्टी प्रो0 विनीता दास, डीन पैरामेडिकल प्रो विनोद जैन, पीडियाट्रिक्स एवं मेडिकल एजुकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो0 शैली अवस्थी समेत विभिन्न विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्यों तथा विद्यार्थियों ने भाग लिया।

देखें वीडियोनेशनल मेडिकल कमीशन के नये करिकुलम पर डॉ तेजिन्‍दर सिंह ने क्‍या कहा