-राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के नेतृत्व में जारी रहेगा आंदोलन
सेहत टाइम्स
लखनऊ। डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान में लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बचाओ मोर्चा के आह्वान पर आज 22 जुलाई को तीसरे दिन भी समस्त समस्त संवर्ग के कर्मचारी इकट्ठा हुए और एक बैठक की। बैठक में निर्णय हुआ कि राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद जो भी निर्णय लेगा उसके अनुसार लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बचाओ मोर्चा के कर्मचारी उसका समर्थन करेंगे। इन कर्मचारियों ने चिकित्सालयमें काला फीता बांधकर स्वास्थ्य विभाग में हुए नियम विरुद्ध स्थानांतरण का विरोध किया।
इस मौके पर लोहिया कर्मचारी अस्तित्व बताओ मोर्चे के वरिष्ठ उपाध्यक्ष व चीफ फार्मेसिस्ट दया शंकर पांडे ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि विकलांग कर्मचारी, दंपति नीति वाले कर्मचारी, कैंसर से पीड़ित कर्मचारी सबको स्थानांतरित कर दिया गया है। विभाग में तैनात अधिकारी और कर्मचारी एक ही चश्मे से सभी को देख रहे हैं।
मोर्चा के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ला ने इस बात पर आक्रोश व्यक्त किया कि आंदोलन के तीसरे दिन के पश्चात भी विभाग द्वारा व शासन द्वारा नियम विरुद्ध किए गए स्थानांतरण के संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। विभागीय अधिकारी तानाशाही कर रहे हैं। शासन द्वारा जारी स्थानांतरण नीति के विपरीत जाकर किए गए स्थानांतरण को निरस्त न करके कर्मचारियों को एक तरफा कार्यमुक्त करवा रहे हैं।
आश्चर्य का विषय है कि विभाग के उच्च अधिकारी स्थानांतरण में व्यापक कमियों की बात को स्वीकार कर रहे हैं एवं उस पर कमेटी भी गठित कर रहे हैं परंतु कमेटी की रिपोर्ट के पश्चात भी नियम विरुद्ध किए गए स्थानांतरण को निरस्त नहीं किया जा रहा है जिस कारण विकलांग कर्मचारी, कैंसर जैसे रोग से ग्रसित कर्मचारी, दाम्पत्य नीति से आच्छादित, संगठन के पदाधिकारियों का भी स्थानांतरण कर दिया गया है, जबकि इनका स्थानांतरण नियमानुसार नहीं होना चाहिए।
बैठक में मुख्य रूप से राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष सुरेश रावत, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के लखनऊ जिले के अध्यक्ष सुभाष कुमार श्रीवास्तव, लोहिया अस्तित्व बचाओ मोर्चा के सदस्य कमलेश गौतम, अनिल चौधरी, राजेश श्रीवास्तव, सुनीता शुक्ल, नर्सिंग अधीक्षक आशा सिंह कुशवाहा, शिखा सक्सेना, विनोद पांडे, सोनावती, दीप्ति मिश्रा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।