उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने चयनित डाक्टरों की सूची जारी की
लखनऊ. डाक्टरों की कमी से जूझ रहे सरकारी अस्पतालों को जल्दी ही दो हजार से ज्यादा नए डाक्टर मिलेंगे. लोक सेवा आयोग द्वारा 2065 चयनित चिकित्सकों की सूची जारी कर दी गई है। जल्द ही इनकी तैनाती प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कर दी जाएगी। इन चिकित्सकों की तैनाती के उपरान्त अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी दूर होगी और मरीजों को बेहतर ढंग से उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी।
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के सभी चिकित्सालयों में चिकित्सकों की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों कमी काफी गम्भीर समस्या थी। पूर्ववर्ती सरकरों में इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए। जिसके चलते जहां मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा था, वहीं कार्यरत चिकित्सकों पर भी काफी बोझ पड़ रहा था। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने चिकित्सकों की कमी को गम्भीरता से लिया और इसको दूर करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। चिकित्सकों की सेवा निवृत्ति की आयु 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष की गई। ‘‘वाक इन इंटरव्यू’’ के माध्यम से 1000 चिकित्सकों को चयनित करने की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा 1000 चिकित्सकों (जिसमें 500 विशेषज्ञ एवं 500 चिकित्सक है ) के स्वीकृत पदों के सापेक्ष 300 चिकित्सकों की नियुक्ति की जा चुकी है तथा शेष के चयन की कार्यवाही की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में काफी लम्बे समय से 7328 चिकित्सकों के पद रिक्त चल रहे थे, इन पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी तरह बंद थी। जिसके कारण अस्पतालों में हर वर्ष चिकित्सकों का अभाव होता चला गया और बहुत से अस्पताल चिकित्सकों की भारी कमी हो गई। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार ने अस्पतालों मे चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, जिसके फलस्वरूप लोक सेवा आयोग से बेहतर समन्वय स्थापित कर भर्ती प्रक्रिया तेजी लाने का प्रयास किया गया। आयोग ने इस प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए चिकित्सकों की भर्ती पर विशेष ध्यान दिया। जिसके परिणाम स्वरूप 2065 चिकित्सकों की सूची जारी कर दी गई है।
श्री सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा वर्ष 2014-15 में 2220 तथा वर्ष 2015-16 में 1066 कुल 3286 चिकित्सकों का अधियाचन आयोग को भेजा गया था। जिसमें से आयोग द्वारा 2065 चिकित्सकों की नियुक्ति के आदेश अब जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2016-17 में 1181 तथा वर्ष 2017-18 में 1173 कुल 2354 चिकित्सकों की भर्ती का अधियाचन भी आयोग को भेजा जा चुका है। इस प्रकार कुल 5640 पदों का अधियाचन लोक सेवा आयोग को भेजा गया है। उन्होंने बताया कि आयोग से अपेक्षा की गई है कि शेष चिकित्सकों के रिक्त पदों की भर्ती को प्राथमिकता दें, ताकि राज्य के शासकीय अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी दूर की जा सके.