-विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (28 मई) के अवसर पर क्वीनमैरी हॉस्पिटल में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
सेहत टाइम्स
लखनऊ। मासिक धर्म कोई शर्म की बात नहीं है यह जैविक प्रक्रिया है जिससे समझना और स्वच्छता बनाए रखना हर लड़की व महिला का अधिकार है। यह बात किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी KGMU लखनऊ के स्त्री व प्रसूती रोग विभाग में आयोजित जनजागरूकता कार्यक्रम में Centre of Excellence For Adolescent Health and Development की नोडल ऑफिसर डॉ सुजाता देव ने कही।


विश्व मासिक धर्म स्वच्छता दिवस (28 मई) के अवसर पर क्वीनमैरी हॉस्पिटल में आयोजित इस विशेष जन जागरूकता कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को डॉ सुजाता देव ने सलाह देते हुए कहा कि इसको लेकर किशोरियों में कई तरह के डर बैठे रहते हैं, ऐसे में हम सबका फर्ज है कि उन्हें सच्चाई से अवगत करायें तथा मासिक धर्म के दौरान किस प्रकार पैड को प्रयोग करें, कैसे साफ-सफाई मेन्टेन करें, इसके बारे में विस्तार से समझाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बहुत सी किशोरियां मासिक धर्म के दौरान स्कूल जाना छोड़ देती हैं, जो कि ठीक नहीं है, उचित यह है कि ठीक तरह से पैड का प्रयोग करके कहीं भी आने-जाने में कोई दिक्कत नहीं होती है।
इस आयोजन की मुख्य कर्ता-धर्ता डॉ सुजाता देव ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरियों व महिलाओं में मासिक धर्म से संबंधित जागरूकता बढ़ाना, स्वच्छता की महत्ता समझाना तथा सामाजिक भ्रांतियों को दूर करना है। मासिक धर्म स्वच्छता दिवस की इस वर्ष की थीम Together for # Period Friendly World है इसी सोच को सशक्त करते हुए प्रोफेसर डॉ. सुजाता देव, प्रोफेसर डॉ. रेखा सचान, प्रोफेसर डॉ. मोना असनानी, डॉ. स्मृति अग्रवाल, डॉ. वंदना सोलंकी एवं डॉ. मोनिका अग्रवाल ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को जानकारी दी तथा उनके प्रश्नों के उत्तर दिये।
कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने मासिक धर्म से संबंधित सशक्त संदेशों को कलात्मक रूप से प्रस्तुत किया। बीड्स एक्टिविटी में मासिक धर्म चक्र को रंगीन मोतियों द्वारा सरल रूप में समझाया गया। कार्यक्रम में नर्सिंग छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया जिसमें समाज में फैली मासिक धर्म से जुड़ी रूढ़ियों को उजागर किया गया और जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम आयोजन स्थल पर एक सेल्फी प्वाइंट बनाया गया था नर्सिंग छात्रों द्वारा बनाई गई इस सेल्फी प्वाइंट को लोगों ने बहुत पसंद किया।
कार्यक्रम में लगभग 250-300 मरीजों, रिश्तेदारों व छात्र/छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। नर्सिंग स्टाफ, काउंसलर सौम्या सिंह की उपस्थिति और सहयोग ने कार्यक्रम के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
